भारत बनाम इंग्लैंड: जानिए हर्षित राणा के कन्कशन सब्स्टीट्यूट होने पर क्यों मचा है बवाल
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम और इंग्लैंड क्रिकेट टीम के बीच खेले गए चौथे टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में बड़ा बवाल देखने को मिला है।
मैच में शिवम दुबे की जगह कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रूप में हर्षित राणा खेलने आए थे। हर्षित का यह डेब्यू मैच था और उन्होंने 3 विकेट भी लिए। वहीं, चोटिल होने से पहले शिवम ने अर्धशतकीय पारी (53) खेली थी।
अब शिवम की जगह हर्षित को दिए गए मौके को लेकर कई सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
मौका
पहले जान लेते हैं कि क्या होता है कन्कशन सब्स्टीट्यूट?
कन्कशन सब्स्टीट्यूट नियम में अगर किसी खिलाड़ी को खेल के दौरान सिर पर चोट लगती है तो मेडिकल टीम तुरंत उसकी जांच करती है।
अगर खिलाड़ी आगे खेलने की स्थिति में नहीं हुआ और उसे चक्कर आते हैं, धुंधला दिखता है या दर्द होता है तो मैच रेफरी से आधिकारिक तौर पर कहकर उस खिलाड़ी को बदला जा सकता है।
बल्लेबाज की जगह बल्लेबाज, गेंदबाज की जगह गेंदबाज और ऑलराउंडर की जगह ऑलराउंडर को लाए जाने का प्रावधान है।
मामला
क्यों मचा है बवाल?
शिवम को भारतीय पारी के आखिरी ओवर के दौरान सिर में चोट लगी थी, जिसके बाद वह फील्डिंग करने भी नहीं आए।
वह चौथा टी-20 मुकाबला एक बल्लेबाज के रूप में खेले। शिवम गेंदबाजी भी करते हैं, लेकिन हाल के दिनों में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी नहीं की है।
वहीं, हर्षित एक तेज गेंदबाज हैं। वह बल्लेबाजी नहीं करते हैं। उन्होंने टी-20 क्रिकेट में सिर्फ 31 रन और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में केवल 2 रन बनाए हैं।
सवाल
जोस बटलर ने उठाए सवाल
मैच के बाद इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने कहा, "ये लाइक टू लाइक रिप्लेसमेंट नहीं था। हम इस बात से सहमत नहीं हैं। ये ऐसा है कि शिवम के गेंद की रफ्तार 25 मील प्रतिघंटे की बढ़ोत्तरी हो गई है या हर्षित ने अपनी बल्लेबाजी में बहुत सुधार कर लिया है। ये सब मैच का हिस्सा है। अंत में हमें मैच जीतना चाहिए था जो नहीं हो सका। हमसे इस फैसले के बारे में पूछा नहीं गया था।"
कॉमेंटेटर
पीटरसन ने भी उठाए सवाल
भारत के पास शिवम के विकल्प के तौर पर रमनदीप सिंह मौजूद थे। वह दूसरी पारी की शुरुआत में फील्डिंग करने भी आए थे।
इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी केविन पीटरसन ने कॉमेंट्री के दौरान इस बारे में कहा, "हर्षित किसी भी हालत में शिवम का विकल्प नहीं हो सकते हैं। शिवम प्रमुख रूप से तेज गेंदबाज नहीं हैं, जबकि हर्षित प्रमुख तेज गेंदबाज हैं। आप दुनिया में किसी भी व्यक्ति से जाकर पूछिए वो यही कहेगा।"