टोक्यो ओलंपिक: मैरीकॉम का सफर हुआ समाप्त, राउंड ऑफ 16 में हारीं
भारतीय दिग्गज मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम को टोक्यो ओलंपिक में सफर समाप्त हो गया है। उन्हें फ्लाइवेट कैटेगरी के प्रीक्वार्टर फाइनल मुकाबले में कोलंबिया की इंग्रिट वेलेंसिया ने हरा दिया है। स्पिल्ट डिसीजन के जरिए मुकाबले का फैसला 3-2 से वेलेंसिया के पक्ष में गया। मैरीकॉम आखिरी बार 2019 एआईबीए बॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में वेलेंसिया के खिलाफ खेली थीं, जहां उन्होंने कोलंबियाई मुक्केबाज को हराकर कांस्य पदक जीता था।
ऐसा रहा मुकाबला
राउंड ऑफ 16 के पहले राउंड में वेलेंसिया ने आक्रामक खेल दिखाया और मैरीकॉम पर दबाव बनाने में सफल रही। पहले राउंड में हारने के बाद दूसरे राउंड में मैरीकॉम ने जबरदस्त वापसी की और अपने दमदार मुक्कों से विपक्षी वेलेंसिया को बैकफुट पर धकेल दिया। परिणामस्वरूप दूसरा राउंड मैरीकॉम के पक्ष में गया। वहीं तीसरे राउंड में 38 वर्षीय भारतीय दिग्गज थकी हुई नजर आई और मुकाबला हार गई।
BFI ने किया ट्वीट
राउंड ऑफ 32 में मैरीकॉम ने मिगुएलिना हर्नांडिज को हराया था
मैरीकॉम ने अपने ओलंपिक अभियान की शानदार शुरुआत की थी। रविवार को फ्लाइवेट कैटेगरी के राउंड ऑफ 32 के मुकाबले में उन्होंने डोमिनिका रिपब्लिक की मिगुएलिना हर्नांडिज गार्सिया को 4-1 से शिकस्त दी थी।
ओलंपिक पदक जीतने वाली इकलौती भारतीय महिला मुक्केबाज हैं मैरीकॉम
मैरीकॉम छह बार की बॉक्सिंग विश्व चैंपियन हैं और उन्होंने पिछले साल मार्च में एशियाई क्वालीफायर में टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था। उन्होंने एशियाई क्वालीफायर में फिलीपींस की आयरिश मैग्नो को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश करने के साथ ही टोक्यो ओलंपिक का टिकट हासिल किया था। मैरीकॉम ने लंदन ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया था। वह ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज बनी थी।
तीन भारतीय मुक्केबाजों ने क्वार्टर फाइनल में कर लिया है प्रवेश
टोक्यो ओलंपिक में भारत के लवलीना बोरगोहेन, पूजा रानी और सतीश कुमार ने अपने-अपने वर्ग में क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया है। मुक्केबाज लवलीना ने जर्मनी की नैदिन एपेट्ज के खिलाफ राउंड ऑफ 16 मुकाबला जीत लिया था। पूजा ने मिडिलवेट बॉक्सिंग वर्ग के राउंड ऑफ 16 मुकाबले में अल्जीरिया की इचरक चैब को 5-0 से हराया था। सतीश कुमार (+91 किग्रा) ने भी अपना पहला मैच में जमैका के रिकार्डो ब्राउन को शिकस्त दी थी।