पहले टेस्ट की पहली पारी में भारत ने इंग्लैंड को 183 पर समेटा, जानें जरूरी बातें
क्या है खबर?
ट्रेंट ब्रिज में खेले जा रहे पहले टेस्ट के पहले दिन भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया है। पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड को भारत ने 183 के स्कोर पर समेट दिया है।
भारत के लिए मोहम्मद शमी ने तीन और जसप्रीत बुमराह ने चार विकेट चटकाए और काफी किफायती गेंदबाजी की। इंग्लैंड के लिए कप्तान जो रूट (64) ने सबसे अधिक रन बनाए।
आइए जानते हैं कैसी रही इंग्लैंड की पहली पारी।
शुरुआत
भारत ने की शानदार शुरुआत
टॉस हारकर पहले गेंदबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने शानदार शुरुआत की और पारी की पांचवीं गेंद पर ही उन्हें पहली सफलता मिल गई थी। जसप्रीत बुमराह ने रोरी बर्न्स को शून्य के स्कोर पर पवेलियन का रास्ता दिखाया।
दूसरे छोर से मोहम्मद शमी ने भी धारदार गेंदबाजी की। जैक क्रॉली (27) और डॉमिनिक सिब्ली के बीच दूसरे विकेट के लिए 41 रनों की साझेदारी हुई। शमी ने क्रॉली को आउट किया।
पहला और दूसरा सेशन
ऐसे रहे पहले दो सेशन
पहले सेशन के 25 ओवर्स में इंग्लैंड ने दो विकेट खोकर 61 रन बनाए थे। दूसरा सेशन शुरु होते ही शमी ने सिब्ली (18) को आउट करके भारत को तीसरी सफलता दिलाई।
इसके बाद रूट (64) और जॉनी बेयरेस्टो (29) के बीच चौथे विकेट के लिए 22.5 ओवर्स में 72 रनों की साझेदारी हुई और लगा कि इंग्लैंड वापसी कर रही है। चायकाल से ठीक पहले शमी ने बेयरेस्टो को आउट करके भारत को काफी बड़ी सफलता दिलाई।
जो रूट
इंग्लैंड के लिए सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय रन बनाने वाले बल्लेबाज बने रुट
64 रनों की शानदार पारी के दौरान इंग्लिश कप्तान जो रूट ने एक शानदार रिकॉर्ड अपने नाम किया। वह इंग्लैंड के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं।
रूट (15,780) ने पूर्व टेस्ट कप्तान एलिस्टर कुक (15,737) का रिकॉर्ड तोड़ा है। टेस्ट क्रिकेट में रूट का यह 50वां अर्धशतक था। कुक (57) के बाद वह 50 टेस्ट अर्धशतक लगाने वाले केवल दूसरे इंग्लिश बल्लेबाज हैं।
उपलब्धि
भारतीय टीम के नाम हुई यह उपलब्धि
इंग्लैंड को 183 पर समेटने के बाद एशिया के बाहर भारत द्वारा अपने विपक्षी को टेस्ट के पहले दिन समेटने का यह तीसरा सबसे कम स्कोर हो गया है। 1977/78 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को ब्रिसबेन में 166 के स्कोर पर समेटा था। यह एशिया के बाहर पहले दिन उनके द्वारा विपक्षी को समेटने का सबसे कम स्कोर है।
2011 में उन्होंने जिम्बाब्वे को बुलावायो में 173 के स्कोर पर समेटा था।