बांग्लादेश ने टी-20 सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को 4-1 से हराया, सीरीज से निकले ये निष्कर्ष
बीती रात समाप्त हुई पांच मैचों की टी-20 सीरीज में बांग्लादेश ने ऑस्ट्रेलिया को 4-1 से हराया है। बांग्लादेश ने सीरीज के शुरुआती तीन मैच लगातार जीते थे। अंतिम टी-20 में 123 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया महज 62 रनों के स्कोर पर ढेर हो गया था। मैथ्यू वेड की अगुवाई में कंगारू टीम का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। आइए जानते हैं इस सीरीज से निकलने वाले अहम निष्कर्ष।
काफी लो-स्कोरिंग रही पूरी सीरीज
ढाका की पिच पर बल्लेबाजी काफी कठिन रही और पूरी सीरीज लो-स्कोरिंग रही। दोनों ही टीमों को बल्लेबाजी करने में कठिनाई हुई और सीरीज का सर्वोच्च स्कोर 131/7 रहा जो बांग्लादेश ने पहले टी-20 में बनाया था। बांग्लादेश ने चार मौकों पर 120 के आंकड़े को पार किया था। पांच मैचों की सीरीज में दोनों टीमों के मिलाकर कुल 74 विकेट गिरे। खास तौर से ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी काफी लचर रही।
बांग्लादेश के काम आया शाकिब का अनुभव
34 साल के ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने अपनी उपस्थिति महसूस कराई और उनका अनुभव बांग्लादेश के काफी काम आया। शाकिब ने सीरीज में 36, 26, 26, 15 और 11 के स्कोर बनाए। अंतिम मैच में नौ रन देकर चार विकेट लेने वाले शाकिब ने सीरीज में सात विकेट हासिल किए। चौथे टी-20 में उन्होंने 50 रन लुटाए थे। इस दौरान डेनिएल क्रिस्चियन ने उनके एक ओवर में पांच छक्के लगाए थे।
वेड ने बल्ले से किया काफी निराश
ऑस्ट्रेलिया को अपने कप्तान वेड से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन वेड ने अपने प्रदर्शन से काफी ज्यादा निराश किया। बल्ले से वेड ने एक भी जिम्मेदारी भरी पारी नहीं खेली। पांच मैचों में 8.40 की खराब औसत के साथ उन्होंने केवल 42 रन बनाए। बल्लेबाजी के लिए कठिन पिच पर वेड ने लगातार गलतियां की और समय बिताने की जगह खराब शॉट खेलकर आउट होते रहे।
बांग्लादेशी गेंदबाजों ने दिखाई अपनी धार
बांग्लादेश के गेंदबाजों ने काफी शानदार प्रदर्शन किया। नौ टी-20 खेल चुके नसूम अहमद बांग्लादेश के सबसे बेहतरीन गेंदबाज रहे। टी-20 में अपना बेस्ट (4/19) प्रदर्शन करने वाले अहमद ने आठ विकेट अपने नाम किए। मुस्तफिजुर रहमान ने धीमी गेंदों का शानदार प्रयोग किया और शोरिफुल इस्लाम के साथ सात विकेट हासिल किए। फिज ने काफी किफायती गेंदबाजी की और अहम समय पर अपनी टीम के लिए अच्छे स्पेल फेंके।