
ICC कर रही है चोटिल खिलाड़ियों के प्रतिस्थापन नियम में बदलाव पर विचार
क्या है खबर?
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) गंभीर बाहरी चोटों के लिए समान खिलाड़ियों के प्रतिस्थापन की अनुमति देने के लिए नियमों में बदलाव पर विचार कर रही है। यह कदम भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट के पहले दिन बल्लेबाजी करते हुए दाहिने पैर के अंगूठे में फ्रैक्चर होने के बाद उठाया गया है। पंत गंभीर दर्द के बावजूद बल्लेबाजी के लिए लौटे और 54 रन बनाकर जोफ्रा आर्चर की गेंद पर आउट हो गए।
नियम
वर्तमान नियम में नहीं है बल्लेबाजी प्रतिस्थापन की अनुमति
मौजूदा ICC नियमों के तहत, स्थानापन्न खिलाड़ी केवल अंपायर की अनुमति से ही क्षेत्ररक्षण या विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। वे बल्लेबाजी या गेंदबाजी नहीं कर सकते। इसी वजह से भारत पंत पर निर्भर है, भले ही वह पूरी तरह से फिट न दिख रहे हों। मौजूदा सीरीज में ध्रुव जुरेल जैसे भारत के बैकअप विकल्प विकेटकीपिंग तो कर सकते हैं, लेकिन इन मौजूदा नियमों के तहत प्रतिस्थापन के तौर पर बल्लेबाजी नहीं कर सकते हैं।
उम्मीद
क्रिकेट समिति की अगली बैठक में है बदलाव की उम्मीद
ICC गंभीर बाहरी चोटों के मामलों में प्रतिस्थापन के नियम में बदलाव पर विचार कर रही है और इस पर निकट भविष्य में निर्णय होने की संभावना है। ICC के एक सूत्र ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, "संभावना है कि टीमें गंभीर बाहरी चोटों के लिए प्रतिस्थापन ला सकेंगी। इस मामले पर पहले से ही विचार-विमर्श चल रहा है। ICC की क्रिकेट समिति की अगली बैठक में इस बदलाव पर मुहर लगने की उम्मीद जताई जा रही है।"
आलोचना
माइकल वॉन ने की वर्तमान नियम की आलोचना
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने वर्तमान नियम की आलोचना की है। उन्होंने पंत के चोटिल होने के बाद भी बल्लेबाजी पर आने के बाद कहा कि पंत ने काफी दिलेर निर्णय किया, लेकिन ICC आज भी पुराने नियमों पर ही चल रही है। उन्होंने चोटिल खिलाड़ियों के प्रतिस्थापन की अनुमति देने के विचार का समर्थन किया है। उनका मानना है कि इससे निष्पक्ष खेल सुनिश्चित होगा और मैच में प्रशंसकों के लिए मनोरंजन का स्तर बना रहेगा।