
मैं भी जैक्स कैलिस या शेन वाटसन जैसा बन सकता हूं- विजय शंकर
क्या है खबर?
लगभग दो साल पहले भारत के लिए 2019 क्रिकेट विश्व कप खेलने वाले विजय शंकर को उस टूर्नामेंट के बाद दोबारा भारतीय टीम के लिए नहीं चुना गया है। शंकर को लगातार टीम से बाहर रखा गया है और अब उन्होंने इस पर अपनी चुप्पी तोड़ी है।
शंकर का कहना है कि यदि उन्हें सही मौका दिया जाए तो वह भी जैक्स कैलिस या शेन वाटसन जैसा ऑलराउंडर बन सकते हैं।
बयान
मैं भी कैलिस या वाटसन जैसा बन सकता हूं- शंकर
News 18 के साथ इंटरव्यू में शंकर ने कहा कि वह ऑलराउंडर हैं, लेकिन उन्हें उनकी बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है।
उन्होंने आगे कहा, "मैं ऑलराउंडर हूं तो इसका मतलब नहीं है कि मुझे छठे या सातवें स्थान पर बल्लेबाजी करनी चाहिए। मैं भी जैक्स कैलिस या शेन वाटसन जैसा बन सकता हूं। वे पारी की शुरुआत या तीन नंबर पर बल्लेबाजी करते थे और गेंदबाजी भी करते थे।"
विश्व कप
विश्व कप में ऐसा रहा था शंकर का प्रदर्शन
भारतीय चयनकर्ताओं ने अंबाती रायडू की जगह शंकर को 2019 विश्व कप के लिए चुना था और उन्हें '3D' खिलाड़ी बताया था। शंकर को विश्व कप में केवल तीन ही मैच खेलने का मौका मिला था।
विश्व कप की अपनी पहली पारी में वह 15*, दूसरी में 29 और तीसरी में 14 रन बना सके थे। वह केवल एक ही मैच में गेंदबाजी कर सके थे जिसमें उन्होंने 22 रन देकर दो विकेट लिए थे।
प्रदर्शन
भारत के लिए अच्छा रहा था शंकर का प्रदर्शन
2019 जनवरी से जून के बीच भारत के लिए 12 वनडे खेलने वाले शंकर का प्रदर्शन ठीक रहा था। उन्होंने इस दौरान 12 मैचों की आठ पारियों में 31.86 की औसत के साथ 223 रन बनाए और चार विकेट भी हासिल किए थे।
विश्व कप के दौरान लगी चोट के कारण वह टीम से बाहर हुए थे और इसके बाद से दोबारा टीम में नहीं लौट सके हैं।
टीम चयन
टीम में नहीं चुनने को लेकर किसी से कुछ नहीं पूछा- शंकर
अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद टीम से बाहर होने को लेकर शंकर ने कहा कि उन्होंने टीम चयन के बारे में किसी से बात नहीं की है।
उन्होंने आगे कहा, "मैंने कभी नहीं पूछा कि उन्होंने दोबारा मेरे नाम पर क्यों विचार नहीं किया। मेरा केवल इकलौता काम है कि मैं अपने खेल पर काम करूं और इसमें कोई कमी है तो उसे दूर करूं। मुझे कभी सिलेक्शन के बारे में बात करने की जरूरत नहीं पड़ी।"