नवंबर 2019 से कोई अंतरराष्ट्रीय शतक नहीं लगा सके हैं कोहली, ऐसा रहा है प्रदर्शन
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट में शतक लगाया था। हालांकि, इसके बाद से कोहली के बल्ले से कोई भी अंतरराष्ट्रीय शतक नहीं निकला है। कोहली के 71वें अंतरराष्ट्रीय शतक की इंतजार में बैठे फैंस का इंतजार लगातार लंबा होता जा रहा है। टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भी कोहली ने फैंस को निराश किया। आइए जानते हैं नवंबर 2019 के बाद कैसा रहा है कोहली का प्रदर्शन।
नवंबर 2019 से टेस्ट में 25 से कम है कोहली का औसत
नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए डे-नाइट टेस्ट में कोहली ने अपना आखिरी टेस्ट शतक लगाया था। इसके बाद से वह 14 टेस्ट पारियां खेल चुके हैं जिनमें उन्होंने तीन अर्धशतक लगाए हैं। कोहली के स्कोर 2, 19, 3, 14, 74, 4, 11, 72, 0, 62, 27, 44, और 13 के रहे हैं। इस अवधि में बल्ले के साथ कोहली का औसत 24.64 का रहा है। अवे मैचों में उनका औसत 21.62 का रहा है।
अगस्त 2019 में लगाया था कोहली ने आखिरी वनडे शतक
कोहली ने अगस्त 2019 में अपना आखिरी वनडे शतक वेस्टइंडीज में लगाया था। इसके बाद से उन्होंने 15 वनडे पारियां खेली हैं और उनमें एक भी शतक नहीं लगा सके हैं। इस दौरान कोहली ने आठ अर्धशतक लगाए हैं। आखिरी वनडे शतक के बाद से कोहली दो बार 89 के स्कोर पर आउट हुए हैं। वह 85 और 78 के स्कोर पर भी आउट हो चुके हैं। उनका औसत भी 50 से कम का रहा है।
2008 के बाद पहली बार किसी साल कोहली के बल्ले से नहीं निकला कोई शतक
कोहली ने साल 2020 में 22 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले, लेकिन उनके बल्ले से एक भी शतक नहीं निकला। 2008 में उनके अंतरराष्ट्रीय डेब्यू के बाद यह पहला ऐसा साल था जब वह एक भी अंतरराष्ट्रीय शतक नहीं लगा सके थे। कोरोना से प्रभावित 2020 में कोहली ने तीन टेस्ट, नौ वनडे और 10 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले थे। 2020 में कोहली का सर्वोच्च स्कोर 89 रहा जो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के दौरान बनाया था।
टेस्ट में जनवरी 2020 से इस प्रकार आउट हुए हैं कोहली
जनवरी 2020 से कोहली टेस्ट क्रिकेट में एक बार रनआउट हुए हैं और अन्य 13 में से चार बार वह पगबाधा आउट हुए हैं। कोहली तीन बार क्लीन बोल्ड और छह बार कैचआउट हुए हैं। 13 में से नौ बार तेज गेंदबाजों ने उनका शिकार किया है। इस अवधि में काइल जेमिसन ने उन्हें सबसे अधिक तीन बार आउट किया है। केवल दो बार वह बाएं हाथ के गेंदबाजों का शिकार बने हैं।