रविचंद्रन अश्विन का हिंदी भाषा पर बड़ा बयान, कहा- यह भारत की राष्ट्र भाषा नहीं
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने शुक्रवार को हिंदी भाषा पर बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है।
उन्होंने एक निजी कॉलेज के स्नातक समारोह में कहा कि हिंदी भारत की राष्ट्र भाषा नहीं है, बल्कि अधिकारिक भाषा है। उन्होंने यह बात उस समय कही जब हिंदी के नाम पर कॉलेज में सन्नाटा पसर गया।
अब इस बयान पर कुछ लोग अश्विन की निंदा कर रहे हैं तो कुछ उनका समर्थन कर रहे हैं।
बयान
अश्विन ने समारोह में क्या कहा?
अश्विन ने छात्रों से भाषा के संबंध में सवाल किया। इस दौरान अंग्रेजी और तमिल पर छात्रों की गूंज सुनाई दी, लेकिन हिंदी का नाम लेते ही वहां सन्नाटा पसर गया।
इसके बाद अश्विन ने कहा, "मुझे लगता है कि मुझे यह कहना चाहिए कि हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा नहीं है, यह आधिकारिक भाषा है।"
बता दें कि हिंदी और तमिल भाषा को लेकर हमेशा चर्चा होती रही है और तमिलनाडु में यह एक संवेदनशील मुद्दा रहा है।
कप्तानी
कप्तानी को लेकर क्या बोले अश्विन?
अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया में खेली गई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।
उन्होंने छात्रों से कहा कि कई बार यह अटकलें लगी कि मैं कप्तानी संभालूंगा, लेकिन उन्होंने कभी ऐसा किया नहीं।
अश्विन ने कहा, "जब कोई ऐसा कहता है कि मैं यह नहीं कर सकता तो मैं इसे जरूर करना चाहता हूं, लेकिन जब कोई कहता है कि मैं ऐसा कर सकता हूं तो मेरी उसमें रुचि खत्म हो जाती है।"
करियर
ऐसा रहा अश्विन का अंतरराष्ट्रीय करियर
अश्विन ने अपने बेमिसाल टेस्ट क्रिकेट करियर का अंत 24.00 की उम्दा औसत से 537 विकेटों के साथ किया।
उन्होंने 106 टेस्ट मैच की 200 पारियों में भारत के लिए गेंदबाजी की थी।
उन्होंने अपने वनडे क्रिकेट करियर में 116 मैच खेले, जिसमें 33.20 की औसत के साथ 156 विकेट लिए थे।
उन्होंने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में 65 मैच खेले, जिसमें 23.22 की औसत और 6.90 की इकॉनमी रेट के साथ 72 विकेट लिए थे।