विजय हजारे ट्रॉफी के इतिहास में इन टीमों ने हासिल किया है सबसे बड़ा लक्ष्य
क्या है खबर?
कर्नाटक क्रिकेट टीम ने 24 दिसंबर 2025 को लिस्ट-A क्रिकेट में नया इतिहास रच दिया। मयंक अग्रवाल की कप्तानी में टीम ने विजय हजारे ट्रॉफी में झारखंड के खिलाफ 413 रनों का विशाल लक्ष्य हासिल कर लिया। एलीट ग्रुप-A के इस मुकाबले में कर्नाटक ने टूर्नामेंट के इतिहास का सबसे बड़ा सफल रन चेज दर्ज किया। दिलचस्प बात यह रही कि इसी दिन बंगाल ने भी विजय हजारे ट्रॉफी का संयुक्त तीसरा सबसे बड़ा रन चेज अपने नाम किया।
#1
कर्नाटक- 413 रन बनाम झारखंड, अहमदाबाद (2025)
कप्तान ईशान किशन की महज 33 गेंदों में तूफानी शतकीय पारी की बदौलत झारखंड ने 50 ओवर में 9 विकेट पर 412 रन बनाए। इस दौरान विराट सिंह और कुमार कुशाग्र ने भी तेज अर्धशतक जड़े। कर्नाटक की ओर से अभिलाष शेट्टी ने 4/72 के आंकड़े दर्ज किए। जवाब में कर्नाटक ने 15 गेंद शेष रहते 413 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया। देवदत्त पडिक्कल ने शानदार 147 रन, जबकि कप्तान मयंक अग्रवाल ने 54 रन की अहम पारी खेली।
#2
आंध्र क्रिकेट टीम- 384 बनाम गोवा, बेंगलुरु (2012)
विजय हजारे ट्रॉफी का दूसरा सबसे बड़ा रन चेज भी आंध्र क्रिकेट टीम के नाम दर्ज है। 2011-12 सीजन में पहले बल्लेबाजी करते हुए गोवा ने 50 ओवर में 7 विकेट पर 383 रन बनाए, जिसमें रोहित अस्नोदकर के 139 और रेगन पिंटो के 68 रन शामिल थे। जवाब में वेंगोपाल राव की नाबाद 115 रन और एजी प्रदीप के 104 रन की मदद से आंध्र ने 48.5 ओवर में 6 विकेट पर 385 रन बनाकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
#3
कर्नाटक- 383 रन बनाम मुंबई- अहमदाबाद (2024)
विजय हजारे ट्रॉफी 2024-25 में कर्नाटक ने मुंबई क्रिकेट टीम के खिलाफ 383 रनों के लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया था। ग्रुप-C मुकाबले में मुंबई ने 50 ओवर में 4 विकेट पर 382 रन बनाए, जिसमें श्रेयस अय्यर की नाबाद 114 रन की पारी थी। जवाब में कृष्णन श्रीजिथ के 150 रन, अनीश केवी के 82 और प्रवीण दुबे के नाबाद 65 रनों की मदद से कर्नाटक ने 46.2 ओवर में 2 विकेट खोकर दमदार जीत दर्ज की।
#4
बंगाल- 383 रन बनाम विदर्भ- राजकोट (2025)
विदर्भ ने अमन मोखाडे (110) और ध्रुव शौरी (136) के शतकों की बदौलत 5 विकेट पर 382 रन बना दिए। अंतिम ओवरों में नचिकेत भुटे और हर्ष दुबे ने तेज रन जोड़कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। जवाब में बंगाल की ओर से अभिषेक पोरेल (56) और अभिमन्यु ईश्वरन (71) ने ठोस शुरुआत दी, जिसके बाद सुदीप घरामी (68) और शहबाज अहमद (71) ने पारी संभाली। अंत में आकाश दीप की 38 रन की तेज पारी निर्णायक साबित हुई।