टी-20 में तेज शतक जड़ चुके हैं चेतेश्वर पुजारा, जाइए उनके दिलचस्प रिकार्ड्स
भारत के टेस्ट विशेषज्ञ बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा सोमवार (25 जनवरी) को 33 साल के हो गए हैं। हाल ही में समाप्त हुए ऑस्ट्रेलियाई दौरे में वह भारत की ओर से दूसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। उन्होंने बॉर्डर-गावस्कर 2020-21 सीरीज के दौरान ही 6,000 टेस्ट रनों के आंकड़े को पार किया था। पुजारा ने अपने करियर में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। आइए एक नजर डालते हैं उनके रिकार्ड्स पर।
ऐसा रहा है पुजारा का टेस्ट करियर
लगभग 10 साल से अधिक अंतरराष्ट्रीय करियर में पुजारा ने अब तक 81 टेस्ट में 47.74 की औसत से 6,111 रन बनाए हैं। इस बीच उन्होंने 18 शतक और 28 अर्धशतक भी अपने नाम किए हैं। उनके नाम पर टेस्ट क्रिकेट में तीन दोहरे शतक भी दर्ज हैं। घरेलु क्रिकेट में पुजारा का शानदार करियर रहा है। उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 52.94 की औसत से 16,096 रन अपने नाम किए हैं।
6,000 रन बनाने वाले 11वें भारतीय बल्लेबाज बने पुजारा
हाल ही में सिडनी में खेले गए तीसरे टेस्ट में पुजारा ने 6,000 टेस्ट रन पूरे किए और ऐसा करने वाले 11वें भारतीय बल्लेबाज बने थे। पुजारा ने अपनी 134वीं टेस्ट पारी में यह उपलब्धि हासिल की थी। वह 6,000 रनों के आंकड़ें को पार करने वाले छठवें सबसे तेज बल्लेबाज बने थे। बता दें उनसे आगे इस सूची में सुनील गावस्कर, विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और राहुल द्रविड़ हैं।
मुश्ताक अली ट्रॉफी में शतक जड़ चुके हैं पुजारा
धीमी बल्लेबाजी के लिए मशहूर पुजारा ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2019 में सिर्फ 61 गेंदों में ही शतक लगाया था। सौराष्ट्र की ओर से खेलने वाले पुजारा ने रेलवे के खिलाफ यह कारनामा किया था। वह सौराष्ट्र की ओर से टी-20 में शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने थे। उन्होने अपनी शतकीय पारी के शुरुआती 50 रन सिर्फ 29 गेंदों में जबकि दूसरे 50 रन 32 गेंदों में बनाए थे।
एक पारी में सर्वाधिक गेंद खेलने वाले भारतीय हैं पुजारा
पुजारा टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में सबसे ज्यादा गेंद खेलने वाले भारतीय खिलाड़ी हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रांची टेस्ट में 202 रन बनाने के लिए 525 गेंदों का सामना किया था। बता दें पिछला रिकॉर्ड राहुल द्रविड़ के नाम था, जिन्होंने 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ 495 गेंदों का सामना करके 270 रन बनाए थे। कुल मिलाकर पुजारा टेस्ट में 500 गेंदों का सामना करने वाले केवल चौथे बल्लेबाज हैं।