महान महिला मुक्केबाज मैरी कॉम ने अपने संन्यास की खबरों का किया खंडन, जानिए क्या कहा
क्या है खबर?
भारतीय मुक्केबाजी का सबसे बड़ा नाम एमसी मैरी कॉम के संन्यास की खबरें बीते बुधवार (24 जनवरी) से छाई रही। इस बीच इस महान मुक्केबाज ने संन्यास की इन खबरों का खंडन किया है।
41 वर्षीय मैरी कॉम ने स्पष्ट किया है कि वह जब भी अपने बॉक्सिंग करियर पर पूर्ण विराम लगाएंगी, तब व्यक्तिगत रूप से मीडिया के सामने ये ऐलान करेंगी। उन्होंने अभी ऐसा नहीं किया है।
आइए इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
बयान
मैरी कॉम के इस बयान से पैदा हुई थी गफलत, अब दी सफाई
स्पोर्टस्टार के मुताबिक मैरी कॉम ने कहा, "मैं 24 जनवरी को डिब्रूगढ़ में एक स्कूल कार्यक्रम में भाग ले रही थी। मैंने स्कूली बच्चों से कहा कि मुझमें अभी भी खेलों में उपलब्धि हासिल करने की भूख है, लेकिन ओलंपिक में उम्र सीमा मुझे भाग लेने की अनुमति नहीं देती है। मैं अभी भी अपनी फिटनेस पर ध्यान दे रही हूं और जब भी मैं संन्यास की घोषणा करूंगी तो सभी को सूचित कर दूंगी।"
विश्व चैंपियनशिप
विश्व चैंपियनशिप में 8 पदक जीतने वाली पहली मुक्केबाज
2019 में मैरी कॉम विश्व चैंपियनशिप में 8 पदक जीतने वाली पहली मुक्केबाज बनीं थी।
उन्होंने रूस में हुई महिला विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने के साथ ये उपलब्धि हासिल की थी। वह इस मामले में क्यूबा के दिग्गज पुरुष खिलाड़ी फेलिक्स सैवोन से आगे निकल गईं थी, जिन्होंने 7 पदक जीते थे।
विशेष रूप से मैरी कॉम ने विश्व चैंपियनशिप में 6 स्वर्ण पदक और 1 रजत पदक भी अपने नाम किया है।
जानकारी
अपने पहले विश्व चैंपियनशिप में जीता था रजत
मैरी कॉम ने 2001 में विश्व चैंपियनशिप में पदार्पण किया था और उस संस्करण में रजत पदक अपने नाम किया था। इसके बाद उन्होंने क्रमशः 2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018 में स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया था।
ओलंपिक
ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी थीं मैरी कॉम
मैरी कॉम लंदन में खेले गए 2012 ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली एकमात्र भारतीय महिला मुक्केबाज थीं, जहां उन्होंने 51 किग्रा भारवर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हुए कांस्य पदक पर कब्जा जमाया था।
उन्हें सेमीफाइनल में ब्रिटेन की निकोला एडम्स के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।
वह विजेंद्र सिंह के बाद ओलंपिक पदक जीतने वाली सिर्फ दूसरी भारतीय बनी थी।
उनके बाद लवलीना बोर्गोहेन ने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था।
उपलब्धि
मैरी कॉम की अन्य उपलब्धियों पर एक नजर
मैरी कॉम ने 2010 में चीन में फ्लाईवेट डिवीजन में कांस्य पदक जीतकर अपना पहला एशियाई खेल पदक हासिल किया था।
दिग्गज मुक्केबाज ने दक्षिण कोरिया में 2014 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया था। वह प्रतिष्ठित एशियाई खेलों का खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज बनीं थी।
उन्होंने एशियाई चैंपियनशिप में 2003, 2005, 2010,2012 और 2017 में स्वर्ण और 2008 संस्करण में रजत पदक अपने नाम किया था।