क्या है पंत की खराब विकेटकीपिंग का कारण? दिग्गजों ने दी अपनी राय
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में चल रहे तीसरे टेस्ट के दौरान भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत ने विकेट के पीछे काफी गलतियां की। उन्होंने डेब्यू कर रहे ऑस्ट्रेलियाई ओपनर विल पुकोव्स्की को दो बार जीवनदान दिया था जिसके बाद से उनकी विकेटकीपिंग को लेकर सवाल उठ रहे हैं। भारत के पूर्व विकेटकीपर्स सदानन्द विश्वनाथ और पार्थिव पटेल ने पंत की विकेटकीपिंग की कमियों के बारे में बताया है। आइए जानते हैं दिग्गजों की राय।
अंगुलियों को नीचे नहीं रख पा रहे हैं पंत- पार्थिव
पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने क्रिकबज पर एक एक्सपर्ट के रूप में बात करते हुए कहा कि पंत को हल्के हाथों का इस्तेमाल करना होगा। पटेल ने आगे कहा, "पंत की अंगुलियां सीधी रहती हैं और उन्हें इसके नीचे करने का प्रयास करना होगा। इसके अलावा उनके हाथ काफी दूर रहते हैं। उन्हें दोनों हाथों को करीब रखना होगा। वह इस पर काम भी कर रहे हैं।"
फुटवर्क है पंत की असली समस्या- विश्वनाथ
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक 80 के दशक में भारतीय क्रिकेट के स्टार रहे विश्वनाथ ने कहा कि पंत की अधिकतर समस्याओं का कारण उनका फुटवर्क है। उन्होंने आगे कहा, "कुछ मौकों पर वह काफी जल्दी उठ जाते हैं तो वहीं कुछ मौकों पर वह काफी देर करते हैं। जितना संभव हो आपको गेंद के साथ उठना होता है। आप ऐसा नहीं करना चाहते कि जल्दी से खड़े हो जाएं या फिर धीरे-धीरे उठें।"
कीपिंग के लिए साथ चलने चाहिए पैर, हाथ और आंखें- विश्वनाथ
विश्वनाथ ने आगे कहा कि हाथों को सही समय पर सही जगह रखने के लिए फुटवर्क काफी अहम है। उन्होंने कहा, "यदि फुटवर्क सही नहीं है तो गेंद अक्सर अंगुलियों से टकराकर गिरती है। कई बार आप गेंद पकड़ने की कोशिश में अपने हाथ जल्दी बंद कर लेते हैं।" विश्वनाथ ने यह भी कहा कि कीपिंग के लिए पैर, हाथ और आंखों का साथ में चलना बहुत जरूरी है।
विकेटकीपिंग को लेकर अक्सर आलोचकों के निशाने पर रहते हैं पंत
2018 से पंत ने टेस्ट में 13 कैच गिराए हैं जो इस अवधि में किसी विकेटकीपर द्वारा गिराए गए सबसे अधिक कैच हैं। पंत अक्सर अपनी विकेटकीपिंग स्किल को लेकर आलोचकों के निशाने पर रहते हैं। तमाम दिग्गजों का मानना है कि पंत बल्ले से भले ही अच्छे हैं, लेकिन उन्हें अपनी विकेटकीपिंग पर काफी काम करने की जरूरत है। फिलहाल लोग रिद्धिमान साहा को भारत का बेस्ट विकेटकीपर मानते हैं।