फुटबॉल: पांच मौके जब छोटी टीमों ने बड़ी टीमों को किसी टूर्नामेंट के फाइनल में हराया
क्या है खबर?
हर खेल में कुछ ऐसी टीमें होती हैं जो दिखने तो कमजोर होती हैं, लेकिन अपने दिन पर वे मजबूत से मजबूत टीम को भी धूल चटा सकती हैं।
ऐसी टीमों को हम अंडरडॉग्स के रूप में जानते हैं।
फुटबॉल की बात करें तो कई टीमें ऐसी हैं जो लगातार खेल रही हैं, लेकिन टाइटल रेस में पहुंचना उनके लिए सपने जैसा होता है।
हालांकि, कई अंडरडॉग टीमों ने बड़ी प्रतियोगिता जीतकर पूरे फुटबॉल जगत को चौंकाया है।
#1
रियल मैड्रिड को हराकर जारागोजा ने जीता कोपा डेल रे
2004 के कोपा डेल रे फाइनल में रियल मैड्रिड ने 'कमजोर' रियल जारागोजा के खिलाफ रॉबर्टो कार्लोस, जिनेदिन जिदान, लुईस फिगो, डेविड बेकहम और राउल जैसे सुपरस्टार्स को उतारा था।
इसके बावजूद जारागोजा ने रेगुलर टाइम तक मुकाबला 2-2 से बराबरी पर रोका।
14 येलो और दो रेड कार्ड वाले इस मुकाबले के अतिरिक्त समय में लुसियानो गलेट्टी ने गोल दागते हुए जारागोजा को जीत दिलाई।
जारागोजा के लिए यह छठा कोपा डेल रे खिताब था।
#2
पारमा ने युवेंटस को चटाई धूल
2002 में कोपा इटैलिया का फाइनल इटली के दो सबसे पुराने क्लबों युवेंटस और पारमा के बीच हुआ।
युवेंटस के पास अलेसांद्रो डेल पिएरो, जियनलुइजी बुफों और पाउले नेवदेद जैसे स्टार खिलाड़ी थे।
पहले लेग में युवेंटस ने उम्मीद के मुताबिक 2-1 से जीत हासिल की, लेकिन दूसरे लेग में पारमा ने 1-0 से जीत दर्ज की।
मुकाबला 2-2 से बराबर रहने पर पारमा को अवे गोल्स के नियम के आधार पर विजेता घोषित किया गया।
#3
लाज़ियो के खिलाफ हारी रोनाल्डो की टीम
पिछले साल दिसंबर में सेरी-ए चैंपियन युवेंट्स और 2018-19 कोपा इटैलिया विजेता लाज़ियो के बीच सुपरकोपा इटैलियाना का फाइनल खेला गया।
युवेंटस ने फाइनल ने क्रिस्टियानो रोनाल्डो, पाउलो डिबाला, लियोनार्डो बोनुच्ची और मिरालेम यानिच जैसे बड़े खिलाड़ियों को उतारा।
इसके बावजूद लाज़ियो ने 3-1 से मुकाबला अपने नाम किया।
लाज़ियो ने 1973-74 और 1999-2000 में केवल दो बार सेरी-ए जीता है तो वहीं युवेंटस ने इसे सबसे ज़्यादा 35 बार अपने नाम किया है।
#4
आर्सनल को हराकर बर्मिंघम ने जीता फुटबॉल लीग कप
2010-11 सीजन के फुटबॉल लीग कप फाइनल में आर्सनल का सामना बर्मिंघम से था।
उस सीजन प्रीमियर लीग में आर्सनल चौथे नंबर पर रही थी तो वहीं बर्मिंघम खुद को रेलीगेट होने से नहीं बचा पाया था।
फाइनल में आर्सनल के पास रॉबिन वान पर्सी समेत कई बड़े स्टार खिलाड़ी मौजूद थे।
बर्मिंघम ने बढ़त लिया तो 11 मिनट बाद ही पर्सी ने आर्सनल के लिए स्कोर बराबर कर दिया।
89वें मिनट में गोल दागकर बर्मिंघम ने मुकाबला जीता।
#5
जब ग्रीस ने क्रिस्टियानो रोनाल्डो को रुलाया
2004 यूरो पुर्तगाल के लिए सपने की तरह रहा और उन्होंने फाइनल में जगह बनाई।
ग्रीस ने किसी बड़े टूर्नामेंट में एक भी मुकाबला नहीं जीता था, लेकिन वे भी यूरो के फाइनल में पहुंचे थे।
अपने घर में खेल रही पुर्तगाल टूर्नामेंट जीतने के लिए फेवरिट मानी जा रही थी, लेकिन ग्रीस के डिफेंस ने उन्हें गोल नहीं करने दिया।
57वें मिनट में ग्रीस के एंजेलास करिस्टिआस ने मैच का इकलौता गोल दागा और रोनाल्डो को रुला दिया।