फुटबॉल के 5 महान खिलाड़ी जो कभी भी चैंपियन्स लीग नहीं जीत सके
क्या है खबर?
फुटबॉल जगत में बहुत से महान खिलाड़ी हैं जिन्होंने क्लब, नेशनल और व्यक्तिगत खिताबों में हर तरह के खिताब जीते हैं।
कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे हैं जो या तो क्लब लेवल पर सफल हुए हैं या फिर नेशनल लेवल पर।
कई महान खिलाड़ी ऐसे भी रहे हैं जिन्होंने क्लब और नेशनल लेवल दोनों पर खुद को साबित किया है, लेकिन चैंपियन्स लीग में उनका भाग्य खराब रहा है।
जानें, 5 महान खिलाड़ी जो कभी चैंपियन्स लीग नहीं जीत सके।
रोनाल्डो
ब्राज़ील के महानतम खिलाड़ियों में से एक
ब्राज़ील के शानदार खिलाड़ी रोनाल्डो नजारियो डे लीमा को दुनिया के सबसे बेहतरीन स्ट्राइकर्स में से एक माना जाता है।
अपने प्राइम टाइम में रोनाल्डो ने बार्सिलोना, इंटर मिलान और रियल मैड्रिड जैसे क्लबों के लिए खेला था।
14 क्लब टाइटल और दो बार बैलन डे ऑर जीतने वाले रोनाल्डो का लक चैंपियन्स लीग में बेहद खराब रहा।
स्वर्णिम करियर में रोनाल्डो को कभी भी चैंपियन्स लीग ट्रॉफी उठाने का मौका नहीं मिला।
ज़्लाटान इब्राहिमोविच
दुनिया के तीसरे सबसे ज़्यादा क्लब खिताब जीतने वाले खिलाड़ी
ज़्लाटान इब्राहिमोविच को दुनिया के सबसे बेस्ट गोलस्कोरर्स में से एक माना जाता है। ज़्लाटान 31 खिताब जीतकर दुनिया के तीसरे सबसे ज़्यादा क्लब खिताब जीतने वाले खिलाड़ी हैं।
37 वर्षीय ज्लाटान फिलहाल LA गैलेक्सी के लिए खेल रहे हैं और अपने सीनियर करियर में 500 से ज़्यादा गोल दाग चुके हैं।
ज़्लाटान को कभी चैंपियन्स लीग जीतने का मौका नहीं मिला और यहां तक कि वे केवल एक बार चैंपियन्स लीग सेमीफाइनल तक का सफर तय कर सके हैं।
फैबियो कैन्नावारो
इटली की वर्ल्ड कप विनिंग टीम के कप्तान
फैबियो कैन्नावारो इटली के शानदार डिफेंडर थे और उनके पास टीम को लीड करने का गुण था।
2006 में इटली की वर्ल्ड कप विनिंग टीम के कप्तान कैन्नावारो ही थे। 2006 में ही उन्हें बैलन डे ऑर और फीफा वर्ल्ड कप की सिल्वर बॉल से नवाजा गया था।
युवेंटस और रियल मैड्रिड जैसे बड़े क्लबों से खेलने वाले कैन्नावारो को अपने क्लब करियर में चैंपियन्स लीग जीतने का मौका नहीं मिला।
रॉबर्टो बैगियो
इटली के तीनों टॉप क्लबों से खेले, लेकिन नहीं मिला चैंपियन्स लीग खिताब
रॉबर्टो बैगियो ने इटली के तीनों बड़े क्लब युवेंटस, इंटर और AC मिलान के लिए खेला था और 300 करियर गोल दागने वाले इटली के पहले खिलाड़ी थे।
1993 में बैलन डे ऑर जीतने और 1994 में दूसरे स्थान पर रहने वाले बैगियो को UEFA कप जीतने का मौका मिला, लेकिन वह चैंपियन्स लीग को नहीं उठा सके।
बैगियो को उनके कर्लिंग फ्री-किक और ड्रिबलिंग स्किल के लिए जाना जाता था।
फ्रैंसिस्को टोट्टी
रोमा और इटली के महान खिलाड़ी
आज के समय में जहां खिलाड़ी क्लब बदलने से कभी नहीं कतराते वहीं टोट्टी ने 20 साल से ज़्यादा का करियर AS रोमा में ही बिता दिया।
रोमा के लिए टोट्टी ने 619 मुकाबलों मे 250 गोल दागे थे, लेकिन उन्हें चैंपियन्स लीग जीतने का मौका कभी नहीं मिला।
भले ही टोट्टी चैंपियन्स लीग नहीं जीत सके, लेकिन उन्होंने रोमा का साथ नहीं छोड़ा और इसी कारण उनके रिटायरमेंट के दौरान पूरा फुटबॉल जगत रोया था।