रविंद्र जडेजा पर एक सीजन के बैन समेत IPL इतिहास के पांच बड़े विवाद
आज ही के दिन इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की शुरुआत 2008 में हुई थी और बीते 12 सालों में इस लीग ने खूब तरक्की की है। दुनिया के सबसे बेहतरीन क्रिकेटर्स को एकसाथ लाकर IPL ने खुद को दुनिया की सबसे बड़ी टी-20 लीग बनाया है। हालांकि, इस दौरान लीग में कई तरह के विवाद भी हुए, जिसमें हरभजन का श्रीसंत को थप्पड़ मारना शामिल है। इससे अलग एक नजर डालते हैं IPL इतिहास के पांच सबसे बड़े विवादों पर।
जब आजीवन बैन हुए ललित मोदी
ललित मोदी ने ही IPL की शुरुआत कराई थी और उनका प्लान काफी ज़्यादा सफल भी रहा था। हालांकि, 2010 में उन पर पैसों का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगा और उन्हें BCCI ने उनके पद से निलंबित कर दिया। 2013 में उनके खिलाफ लगे आरोप सही साबित हुए और उन्हें क्रिकेट का कोई पद हासिल करने से आजीवन के लिए बैन कर दिया गया था।
जडेजा पर लगा एक सीजन का प्रतिबंध
भारतीय खिलड़ी रविंद्र जडेजा ने IPL के पहले दो सीजन राजस्थान रॉयल्स के लिए खेला था। 2010 सीजन में उन्हें दूसरी टीम से खुद को खरीदने की बात कहने का दोषी पाया गया। IPL के नियमों के मुताबिक कोई भी खिलाड़ी किसी फ्रेंचाइजी से मोलभाव नहीं कर सकता है। जडेजा को दोषी पाया गया और उन्हें 2010 सीजन में IPL में हिस्सा लेने से प्रतिबंधित कर दिया गया था।
2012 और 2013 में होने वाली स्पॉट-फिक्सिंग
2012 में एक न्यूज चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में सामने आया था कि पांच भारतीय खिलाड़ी स्पॉट-फिक्सिंग में शामिल थे। BCCI ने मीडियम पेसर टीपी सुधिंद्र को आजीवन बैन किया था। शलभ श्रीवास्तव (पांच साल), मोहनीश मिश्रा, अभिवन बाली और अमित यादव को 1-1 साल के लिए बैन किया गया था। 2013 में एस श्रीसंत, अजीत चंदीला और अंकित चवान को स्पॉट-फिक्सिंग में शामिल होने के कारण आजीवन बैन किया गया था।
छेड़छाड़ और मारपीट में फंसा ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी
ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के बल्लेबाज ल्यूक पोमर्शबैख को 2012 में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। RCB के लिए खेल रहे ल्यूक पर अमेरिकी महिला से छेड़छाड़ और बीचबचाव करने आए उसके मंगेतर के साथ मारपीट का आरोप था। फ्रेंचाइजी ने ल्यूक को तुरंत निलंबित कर दिया था, लेकिन बाद में अमेरिकी महिला ने ल्यूक पर लगाए अपने सभी आरोपों को वापस ले लिया था।
जब अनुष्का से मिलकर फंस गए कोहली
2015 IPL सीजन में एक मैच में बारिश का व्यवधान पड़ा और मैच रोक दिया गया था। इसी दौरान विराट कोहली खिलाड़ियों के रहने वाली जगह छोड़कर बाहर आ गए और वह अनुष्का शर्मा के साथ खड़े पाए गए। नियमों के मुताबिक मैच समाप्त होने से पहले तक खिलाड़ी और मैच ऑफिशियल अपनी स्थाई जगह के अलावा कहीं और नहीं जा सकते हैं। हालांकि, कोहली को मौखिक चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था।