वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज एजरा मोसेली का सड़क दुर्घटना में हुआ निधन
क्या है खबर?
वेस्टइंडीज और बारबाडोस के पूर्व तेज गेंदबाज एजरा मोसेली का 63 साल की उम्र में सड़क दुर्घटना में निधन हो गया है।
क्रिकबज के मुताबिक बारबाडोस ABC हाइवे के पास साइकिल चलाते समय हाइवे पर उन्हें एक तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी थी जिसके कारण उनकी मौत हुई है।
1990 की शुरुआत में इस पूर्व तेज गेंदबाज ने वेस्टइंडीज के लिए दो टेस्ट और नौ वनडे मैच खेले हैं।
बयान
CWI डॉयरेक्टर ने की खबर की पुष्टि
क्रिकेट वेस्टइंडीज (CWI) के डॉयरेक्टर जिम्मी एडम्स ने खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि बारबाडोस से बुरी खबर आई है।
उन्होंने कहा, "पूरा CWI परिवार इस खबर से दुखी है। 70 से लेकर 90 के शुरुआती दशक तक एजरा हमारे क्षेत्र के सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक थे। खेलने के दिन खत्म होने के बाद भी उन्होंने क्रिकेट को अपनी सेवा देनी जारी रखी थी।"
बैन
अंतरराष्ट्रीय डेब्यू से पहले ही आजीवन बैन हुए थे मोसेली
रेग सिंपसन और ट्रेवर बेली के सुझावों के बाद मोसेली ने ग्लैमोर्गन के लिए काउंटी क्रिकेट खेली थी।
इसके बाद उन्होंने 1981-82 सीजन में वेस्टइंडीज की प्रीमियर फर्स्ट-क्लास शेल शील्ड में 18 विकेट झटके थे।
हालांकि, स्ट्रेस फ्रैक्चर होने के कारण वह नेशनल टीम तक नहीं पहुंच सके थे।
इसके बाद उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के बागी दौरे में हिस्सा लिया था जिसके कारण उन पर CWI ने आजीवन बैन लगाया था।
अंतरराष्ट्रीय डेब्यू
1990 में किया था मोसेली ने अंतरराष्ट्रीय डेब्यू
1989 में उन पर लगा आजीवन बैन हटा दिया गया था और उन्होंने बारबाडोस क्रिकेट में वापसी की थी।
घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बाद 1990 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था।
वेस्टइंडीज के लिए खेले दो टेस्ट में उन्होंने छह और नौ वनडे में सात विकेट हासिल किए हैं।
फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में उन्होंने 76 मैचों में 279 विकेट चटकाए हैं।
क्रिकेट को बढ़ावा
संन्यास के बाद भी लगातार क्रिकेट को बढ़ावा दे रहे थे मोसेली
1991 में वेस्टइंडीज की टीम से किनारे कर दिए जाने के बाद मोसेली वापस दक्षिण अफ्रीका जाकर क्रिकेट खेलने लगे थे।
कुछ समय तक खेलने के बाद उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया था।
संन्यास लेने के बाद मोसेली ने बारबाडोस के पुरुष और महिला टीम के चयनकर्ता का रोल निभाया था।
2016 महिला टी-20 विश्व कप जीतने वाली वेस्टइंडीज टीम में उन्होंने असिस्टेंट कोच की भूमिका निभाई थी।