भारत बनाम इंग्लैंड: एक भी टेस्ट नहीं जीत सकेगी इंग्लैंड- गंभीर
क्या है खबर?
शुक्रवार (05 फरवरी) से चेन्नई में भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज की शुरुआत होगी, लेकिन इससे पहले ही पूर्व भारतीय ओपनर गौतम गंभीर ने बड़ा बयान दिया है।
गंभीर का मानना है कि वह भारत दौरे पर इंग्लैंड को एक भी टेस्ट जीतते हुए नहीं देख रहे हैं।
हालांकि, उन्होंने कहा कि इंग्लैंड के पास डे-नाइट टेस्ट जीतने का 50 प्रतिशत मौका जरूर रहेगा।
आइए जानते हैं गंभीर ने क्या-क्या कहा।
बयान
3-0 से भारत के पक्ष में रहेगी सीरीज- गंभीर
स्टार स्पोर्ट्स के शो गेम प्लान में बात करते हुए गंभीर ने कहा कि इंग्लैंड के पास जिस तरह का स्पिन आक्रमण है, उसके साथ वह उन्हें एक भी टेस्ट जीतते हुए नहीं देख रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा, "निश्चित तौर पर यह 3-0 या फिर 3-1 से भारत के पक्ष में होने वाला है। मैं केवल डे-नाइट टेस्ट में 50-50 का मौका देना चाहूंगा क्योंकि इंग्लैंड उसमें परिस्थितियों का फायदा उठा सकती है।"
स्पिनर्स
युवा और अनुभवहीन है इंग्लैंड का स्पिन आक्रमण
इंग्लैंड की वर्तमान टीम में मोईन अली, डॉम बेस और जेक लीच स्पिन आक्रमण संभालने का काम करेंगे।
हाल ही में समाप्त हुए श्रीलंका दौरे पर युवा बेस ने दो मैचों में 12 और लीच ने दो मैचों 10 विकेट हासिल किए थे।
अली को छोड़ दें तो बाकी दोनों खिलाड़ियों के लिए यह पहला भारतीय दौरा होगा।
अनुभव की बात करें तो भी लीच और बेस ने अब तक केवल 12-12 टेस्ट ही खेले हैं।
जो रूट
भारत में रन बनाना रूट के लिए होगा बड़ा चैलेंज- गंभीर
श्रीलंका दौरे पर दो मैचों में 426 रन बनाने वाले जो रूट के बारे में गंभीर ने कहा कि भारत में रन बनाना और सीरीज पर अपना प्रभुत्व जमाना रूट के लिए काफी कठिन होगा।
उन्होंने कहा, "निश्चित तौर पर श्रीलंका में उनका प्रदर्शन काफी अच्छा रहा, लेकिन जब आप जसप्रीत बुमराह को किसी भी विकेट पर फेस करते हो तो यह अलग चैलेंज होता है। इसके अलावा रविचंद्रन अश्विन का सामना करना भी रूट के लिए काफी अलग रहेगा।"
सीरीज जीत
पिछले दो दशक में केवल एक बार भारत में सीरीज जीती है इंग्लैंड
पिछले दो दशक में इंग्लैंड ने भारत में पांच टेस्ट सीरीज खेली हैं, जिसमें से केवल 2012 में एक बार वे सीरीज जीत सके हैं।
इंग्लैंड को पिछले भारत दौरे पर 4-0 की क्लीन स्वीप झेलनी पड़ी थी।
भारत में इस अवधि में हासिल की इकलौती टेस्ट सीरीज जीत में ग्रीम स्वान ने 20 विकेट लिए थे और भारतीय बल्लेबाजों को खूब परेशान किया था।
मोंटी पनेसर ने भी तीन मैचों में 17 विकेट चटकाए थे।