पहला टेस्ट: आयरलैंड के खिलाफ दिनेश चांदीमल और सदीरा समरविक्रमा ने लगाए शतक, जानिए आंकड़े
श्रीलंका क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज दिनेश चांदीमल और युवा विकेटकीपर बल्लेबाज सदीरा समरविक्रमा ने आयरलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ खेले जा रही सीरीज के पहले टेस्ट में शतक लगा दिया है। चांदीमल के टेस्ट करियर का यह 14वां शतक है। समरविक्रमा ने पहली बार अपने टेस्ट करियर में शतक लगाया है। मैच के दूसरे दिन दोनों बल्लेबाज आयरलैंड के गेंदबाजों पर हावी रहे। आइए दोनों के आंकड़ों पर एक नजर डालते हैं।
कैसी रही दोनों की पारी?
श्रीलंका की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। चांदीमल नंबर-5 पर बल्लेबाजी करने आए और 152 गेंदों का सामना करते हुए अपना 14वां शतक पूरा किया। उन्होंने अपनी 102 रन की पारी में 12 चौके लगाए। समरविक्रमा ने नंबर-8 पर बल्लेबाजी करने आए और 113 गेंद में अपना शतक पूरा किया। उन्होंने अपनी 104 रन की पारी में 11 चौके लगाए। दूसरे दिन प्रभात जयसूर्या और धनंजय डी सिल्वा जल्दी आउट हो गए थे।
कैसा रहा है चांदीमल का टेस्ट करियर?
चांदीमल ने साल 2011 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। अपने टेस्ट करियर में उन्होंने 44.22 की औसत से 5,218 रन बनाए हैं। इस दौरान वह 14 शतक और 25 अर्धशतक लगा चुके हैं। टेस्ट क्रिकेट में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 206 रन का रहा है। वह अपने टेस्ट करियर में 540 चौके और 39 छक्के लगाने में कामयाब रहे हैं। वह 7 बार नॉटआउट भी रहे हैं। वह इस समय शानदार फॉर्म में हैं।
कैसा रहा है समरविक्रमा का टेस्ट करियर?
समरविक्रमा ने 2017 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था और अपने टेस्ट करियर में उन्होंने 28.62 की औसत से 229 रन बनाए हैं। इस दौरान वह 1 शतक लगा चुके हैं। टेस्ट क्रिकेट में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 104 रन का रहा है। वह अपने टेस्ट करियर में 28 चौके और 1 छक्का लगाने में कामयाब रहे हैं। वह 1 बार नॉटआउट भी रहे हैं और अब तक 291 गेंदों का सामना कर चुके हैं।
श्रीलंका ने पहली पारी में बनाए 591 रन
श्रीलंका क्रिकेट टीम ने पहली पारी में 591 रन बनाने के बाद पारी घोषित कर दी। आयरलैंड की टीम सिर्फ 6 विकेट लेने में ही कामयाब हो पाई। पहले दिन कप्तान दिमुथ करुणारत्ने ने 179 रन और कुसल मेंडिस ने 140 रन बनाए थे। दूसरे दिन चांदीमल और समरविक्रमा ने कमाल किया। आयरलैंड के लिए मैच में सबसे ज्यादा 2 विकेट कर्टिस कैम्फर ने लिए। इनके अलावा कोई भी गेंदबाज अपनी छाप छोड़ने में कामयाब नहीं हो पाया।