
पिंक बॉल टेस्ट: भारतीय महिलाओं ने 377/8 पर घोषित की पारी, ऑस्ट्रेलिया ने गंवाए चार विकेट
क्या है खबर?
ऑस्ट्रेलिया और भारतीय महिला क्रिकेट के बीच पिंक बॉल से क्वींसलैंड में खेले जा रहे इकलौते टेस्ट के तीसरे दिन आखिरकार बारिश का खलल नहीं देखने को मिला
कल के स्कोर 276/5 से आगे खेलते हुए भारत ने अपनी पहली पारी 377/8 पर घोषित की।
जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे दिन के खेल की समाप्ति तक चार विकेट खोकर 143 रन बना लिए हैं।
क्रीज पर एलिसे पेरी (27*) और एशले गार्डनर (13*) मौजूद हैं।
दीप्ति शर्मा
दीप्ति शर्मा ने लगाया अर्धशतक
बाएं हाथ की बल्लेबाज दीप्ति शर्मा ने तीसरे दिन नाबाद 12 रनों से अपनी पारी की शुरुआत की और शानदार अर्धशतक बनाया।
उन्होंने 167 गेंदों का सामना करते हुए 66 रनों की सयंम भरी पारी खेली। अपनी अर्धशतकीय पारी में दीप्ति ने आठ चौके भी लगाए।
उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी करके भारतीय टीम को सुरक्षित स्कोर तक पहुंचने में अहम भूमिका निभाई।
ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी
ऑस्ट्रेलिया ने जल्दी गंवाए अपने शुरुआती विकेट
ऑस्ट्रेलिया ने सलामी बल्लेबाज बेथ मूनी का विकेट जल्दी खो दिया। वहीं एलिसा हीली और मेग लैनिंग ने टीम को कुछ संभालने का प्रयास किया और दूसरे विकेट के लिए 49 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की।
हालांकि, क्रीज पर टिक जाने के बाद दोनों खिलाड़ियों ने अपने-अपने विकेट गंवाए।
लैनिंग ने 38 रन बनाए जबकि हीली ने 29 रनों का योगदान दिया।
ऑस्ट्रेलिया ने 80 के स्कोर तक अपने तीन विकेट खो दिए।
साझेदारी
फिलहाल पेरी और गार्डनर क्रीज पर सुरक्षित
एलिसे पेरी और ताहिला मैकग्राथ ने चौथे विकेट के लिए 39 रन की साझेदारी की।
मैकग्राथ ने 68 गेंदों में चार चौकों की मदद से 28 रनों की पारी खेली। वह 119 के टीम स्कोर पर चौथे विकेट के रूप में पवेलियन लौट गई। उनका विकेट पूजा वस्त्राकर ने लिया।
वहीं अनुभवी ऑलराउंडर पेरी ने गार्डनर के साथ मिलकर फिलहाल पांचवें विकेट के लिए 24 रन जोड़ लिए हैं।
गेंदबाजी
झूलन और पूजा ने झटके दो-दो विकेट
भारत की ओर से झूलन गोस्वामी ने एक बार फिर अच्छी गेंदबाजी की। उन्होंने 14 ओवरों की गेंदबाजी के दौरान सर्वाधिक दो विकेट लिए। उन्होंने मूनी (4) को बोल्ड करके टीम को पहली सफलता दिलाई।
इसके बाद गोस्वामी ने आक्रामक हीली को तानिया भाटिया के हाथों कैच आउट करवाया।
वहीं पूजा वस्त्राकर (2/31) ने भी दो विकेट लेकर अहम योगदान दिया।
मेघना सिंह, दीप्ति शर्मा और राजेश्वरी गायकवाड़ को कोई सफलता नहीं मिल सकी।