IPL 2020: नेट प्रैक्टिस के लिए 10 गेंदबाजों के साथ UAE जाएंगी CSK और KKR
क्या है खबर?
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 13वें संस्करण के लिए टीमें UAE जाने की तैयारी कर रही हैं।
भले ही अब तक टीमों ने अपनी तैयारी के बारे में कुछ साफ नहीं किया है, लेकिन चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK), कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) और दिल्ली कैपिटल्स (DC) ने संकेत दे दिया है कि वे नेट पर गेंदबाजी के लिए गेंदबाजों का रोस्टर तैयार कर रहे हैं।
लिस्ट में ज़्यादातर अंडर-19 और अंडर-23 के खिलाड़ी शामिल हैं।
बयान
10 गेंदबाजों को ले जाने की तैयारी में हैं हम- CSK CEO
CSK के CEO काशी विश्वनाथन ने PTI से कहा, "यदि सबकुछ ठीक रहा तो हम प्रैक्टिस सेशन के लिए लगभग 10 गेंदबाजों को UAE ले जाने की तैयारी कर रहे हैं। वे टीम की मदद करेंगे और टूर्नामेंट शुरु होने तक टीम के साथ रहेंगे।"
KKR ने भी कंफर्म किया है कि वे भी 10 गेंदबाजों को ले जाएंगे और उनमें से ज़्यादातर को उनके अकादमी कोच अभिषेक नायर खुद सिलेक्ट करेंगे।
बयान
रणजी, अंडर-23 और अंडर-19 खिलाड़ियों के होंगे मिश्रण- KKR सूत्र
KKR कैंप के एक करीबी ने बताया, "यह ऐसे खिलाड़ियों का मिश्रण होगा जिसमें से कुछ ने रणजी खेला है तो वहीं कुछ ने अंडर-23 और अंडर-19 नेशनल लेवल टूर्नामेंट्स खेले हैं।"
दिल्ली कैपिटल्स
छह नेट गेंदबाज लेकर जाएगी दिल्ली
दिल्ली कैपिटल्स भी लगभग छह नेट गेंदबाजों को ले जाने की तैयारी कर रही है जो टीम के बॉयो-बबल का हिस्सा होंगे।
फ्रेंचाइजी के सूत्र ने कहा, "वे टीम के साथ रहेंगे और नेट सेशन के लिए टीम के साथ यात्रा भी करेंगे।"
राजस्थान रॉयल्स भी अभी विचार कर रही है कि उन्हें कितने गेंदबाजों को नेट्स के लिए लेकर जाना है।
इसके अलावा रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर भी अपनी अकादमी से गेंदबाजों को ले जाने का विचार बना रही है।
अनुमति
BCCI को मिल गई है भारत सरकार की अनुमति
बीते सोमवार को IPL गवर्निंग काउंसिल चेयरमैन बृजेश पटेल ने कंफर्म किया कि उन्हें भारत सरकार से UAE में IPL आयोजन की अनुमति मिल गई है।
पिछले हफ्ते ही गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग में साफ किया गया था कि अनुमति मिल गई है, लेकिन अब BCCI के पास लिखित में आदेश आ चुका है।
उम्मीद की जा रही है कि अब 20 अगस्त तक टीमें UAE के लिए रवाना हो जाएंगी।
नियम
IPL के लिए BCCI ने जारी कर दी है अपनी SoP
दुबई सरकार के हेल्थ प्रोटोकॉल के मुताबिक वहां के लिए निकलने से 96 घंटे पहले एक पीसीआर टेस्ट और एक वहां पहुंचने के बाद कराया जाएगा।
BCCI की SOP के मुताबिक सभी फ्रेंचाइजियों को अलग-अलग होटल में रखा जाएगा।
खिलाड़ियों के लिए भी अलग-अलग कमरों की व्यवस्था की जाएगी और तीसरे निगेटिव टेस्ट के बाद ही वे आपस में मिल सकेंगे।
इस साल टॉस मस्कट का भी उपयोग नहीं किया जाएगा।