IPL में कप्तान के तौर पर कैसा है रोहित का प्रदर्शन? पढ़िए आंकड़ों समेत पूरा विश्लेषण
भारतीय टीम के हिटमैन के रूप में मशहूर रोहित शर्मा ने लिमिटेड ओवर्स में कप्तान के तौर पर भी खुद को साबित किया है। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में 100 से अधिक मैचों में मुंबई इंडियंस (MI) की कप्तानी कर चुके रोहित कई बार टी-20 क्रिकेट में एमएस धोनी के दिमाग पर भी भारी पड़े हैं। एक नजर डालते हैं रोहित की कप्तान के तौर पर मजबूती और रिकॉर्ड्स पर।
ऐसा रहा है रोहित का IPL करियर
रोहित ने 188 मैचों में 31.60 की औसत के साथ 4,898 रन बनाए हैं। उन्होंने लीग में 36 अर्धशतक और एक शतक लगाया है। उनका सर्वोच्च स्कोर 109* का रहा है।
टी-20 में कप्तान के तौर पर काफी सफल रहे हैं रोहित
रोहित ने 104 IPL मैचों में कप्तानी की है और अपनी टीम को 60 मैच जिताए हैं। 58.65 का जीत प्रतिशत रखने वाले रोहित IPL के दूसरे सबसे सफल कप्तान रहे हैं। वह 100 से अधिक मैचों में कप्तानी करने वाले केवल चौथे कप्तान हैं। रोहित ने 20 टी-20 इंटरनेशनल में भारतीय टीम की अगुवाई की है जिसमें से 16 में उन्हें जीत और केवल चार में हार मिली है। टी-20 में रोहित कप्तान के तौर पर काफी सफल हैं।
चार IPL खिताब जीतने वाले इकलौते कप्तान हैं रोहित
2013 सीजन के बीच में ही रिकी पोंटिंग की जगह रोहित टीम के कप्तान बने थे और MI को चैंपियन बनाया था। इसके बाद 2015, 2017 और 2019 में भी उनकी कप्तानी में MI चैंपियन बनी। वह सबसे अधिक चार IPL खिताब जीतने वाले कप्तान हैं। रोहित सबसे अधिक तीन बार चेन्नई सुपरकिंग्स को फाइनल में हराने वाले कप्तान भी हैं। इसके अलावा वह दो बार एक रन से IPL खिताब जीतने वाले भी इकलौते कप्तान हैं।
इस सीजन ये रिकॉर्ड्स बना सकते हैं रोहित
रोहित ने 188 IPL मैचों में 4,898 रन बनाए हैं और वह लीग में 5,000 रन बनाने वाले तीसरे बल्लेबाज बन सकते हैं। 194 छक्के लगा चुके रोहित लीग में धोनी (209) के बाद 200 छक्के लगाने वाले दूसरे भारतीय बन सकते हैं। विराट कोहली और रोहित दोनो ने 36 अर्धशतक लगाए हैं और दोनो के पास सुरेश रैना (38) को पछाड़कर सबसे अधिक अर्धशतक लगाने वाला भारतीय बनने का मौका होगा।
बल्लेबाज और कप्तान के तौर पर रोहित में हैं ये खूबियां
परिणाम कैसे भी हों रोहित अपनी इलेवन से ज्यादा छेड़छाड़ करना पसंद नहीं करते हैं। टीम में जगह बनाने के लिए हर खिलाड़ी को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है और मैदान पर रोहित खुद को शांत रखते हुए खिलाड़ियों को खुलकर खुद को जाहिर करने का मौका देते हैं। बल्लेबाज के तौर पर रोहित ओपनिंग से लेकर चार नंबर तक कहीं भी बल्लेबाजी कर सकते हैं। तेजी से रन बनाने में माहिर रोहित विपक्षी टीम पर दबाव डालते हैं।