IPL में कप्तान के तौर पर कैसा है वार्नर का प्रदर्शन? पढ़िए आंकड़ों समेत पूरा विश्लेषण
क्या है खबर?
2015 से लेकर 2017 तक लगातार सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) की कप्तानी करने वाले डेविड वार्नर इस इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) सीजन में भी टीम के कप्तान होंगे।
2018 में गेंद से छेड़छाड़ मामले के कारण IPL नहीं खेलने वाले वार्नर को पिछले साल टीम की कमान नहीं मिली थी।
इस सीजन वह कप्तान के तौर पर अपनी सफलता को और बढ़ाना चाहेंगे।
एक नजर डालते हैं वार्नर की कप्तान के तौर पर मजबूती और रिकॉर्ड्स पर।
आंकड़े
कप्तान के तौर पर काफी सफल रहे हैं वॉर्नर
2015 से 2017 के बीच वार्नर ने 45 मैचों में SRH की कप्तानी की है जिसमें से 26 में उनकी टीम ने जीत हासिल की है।
कप्तान के तौर पर दूसरे सीजन में वार्नर ने SRH को पहली बार चैंपियन बनाया और 2017 में फिर उनकी टीम प्ले-ऑफ तक पहुंची।
उन्होंने ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट टीम को भी नौ टी-20 में लीड किया है जिसमें से आठ में उनकी टीम जीती है।
उपलब्धि
वार्नर के नाम हैं ये रिकॉर्ड्स
126 मैचों में 4,706 रन बनाने वाले वार्नर सबसे अधिक रन बनाने वाले विदेशी बल्लेबाज हैं। वह टूर्नामेंट में सबसे अधिक 44 अर्धशतक लगाने वाले बल्लेबाज भी हैं।
वार्नर के बाद सुरेश रैना (38) ने सबसे अधिक अर्धशतक लगाए हैं।
कप्तान के तौर पर वह सबसे बड़ी 126 रनो की पारी खेलने वाले बल्लेबाज हैं।
वह सबसे अधिक तीन बार औरेंज कैप जीतने वाले बल्लेबाज भी हैं। वार्नर (458) सबसे अधिक चौके लगाने वाले विदेशी बल्लेबाज हैं।
रिकॉर्ड्स
इस सीजन ये रिकॉर्ड्स बना सकते हैं वॉर्नर
डेविड वार्नर ने SRH के लिए 3,271 रन बनाए हैं और टीम के लिए अपने 3,500 रन पूरे करने से केवल 229 रन दूर हैं।
यदि ऐसा होता है तो वह टीम के लिए 3,500 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज होंगे।
वार्नर (32) को शिखर धवन (38) से आगे निकलने के लिए सात कैच और लेने होंगे। उन्होंने अब तक 45 मैचों में SRH की कप्तानी की है और अपना पचासा पूरा करने से केवल पांच मैच दूर हैं।
खूबी
कप्तान और बल्लेबाज के रूप में वार्नर की खूबियां
वार्नर ओपनिंग बल्लेबाज के तौर पर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाते हैं और वह अपनी पारी को लंबी करने में माहिर हैं।
बल्लेबाज के तौर पर टीम को सही दिशा दिखाने के बाद वार्नर कप्तान के तौर पर भी काफी आक्रामक होते हैं।
सही समय पर सही निर्णय लेना और मुश्किल परिस्थिति में अपना आपा नहीं खोना वार्नर की ताकत है।
वह अपनी प्लेइंग-इलेवन में कुछ सेट खिलाड़ियों को लगातार रखते हैं।