आर प्रगनानंदा ने रचा इतिहास, क्लासिकल शतरंज में विश्व नंबर-1 मैग्नस कार्लसन को हराया
क्या है खबर?
भारत के युवा शतरंज खिलाड़ी आर प्रगनानंदा ने बीते बुधवार (29 मई) को नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट के तीसरे दौर में विश्व नंबर-1 मैग्नस कार्लसन पर अपनी पहली क्लासिकल जीत दर्ज की।
इस ऐतिहासिक जीत के बाद भारतीय ग्रैंडमास्टर ने 6 खिलाड़ियों वाले टूर्नामेंट के ओपन सेक्शन में एकल बढ़त हासिल की।
18 वर्षीय प्रगनानंदा ने सफेद मोहरों से खेलते हुए ये मैच अपने नाम किया।
आइए इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
तालिका
तीसरे दौर के बाद प्रगनानंदा ने हासिल किए 5.5 अंक
नॉर्वे में जारी इस शतरंज टूर्नामेंट में तीसरे दौर के अंत में प्रगनानंदा ने 9 में से 5.5 अंक हासिल किए हैं।
इस बीच अमेरिकी ग्रैंडमास्टर फैबियो कारुआना ने बुधवार को डिंग लिरेन पर जीत के बाद पूरे 3 अंक हासिल किए। कारुआना के इस समय 5 अंक हैं और वह तालिका में दूसरे स्थान पर हैं।
हिकारू नाकामुरा तीसरे स्थान पर हैं। इस अमेरिकी ग्रैंडमास्टर के अब 4 अंक हैं।
ग्रैंडमास्टर
पांचवें सबसे कम उम्र के ग्रैंड मास्टर हैं प्रागननंदा
अभिमन्यु मिश्रा, सर्गेई कारजाकिन, गुकेश डी और जवोखिर सिंदारोव के बाद प्रागननंदा पांचवें सबसे कम उम्र के ग्रैंड मास्टर हैं।
2013 में उन्होंने 7 साल की उम्र में विश्व युवा शतरंज चैंपियनशिप अंडर-8 जीती थी।
वहीं 2 साल बाद उन्होंने अंडर-10 का खिताब अपने नाम किया।
साल 2016 में वह सबसे युवा इंटरनेशनल मास्टर बने थे। उन्होंने ये उपलब्धि 10 साल की उम्र में हासिल कर ली थी।
परिचय
कौन हैं आर प्रगनानंदा?
प्रगनानंदा का जन्म 10 अगस्त, 2005 को चेन्नई में हुआ है। उनके पिता रमेशबाबू तमिलनाडु स्टेट कॉर्पोरेशन बैंक में शाखा प्रबंधक के रूप में काम करते हैं जबकि उनकी मां नागलक्ष्मी गृहिणी हैं।
दिलचस्प बात यह है कि प्रगनानंदा की बड़ी बहन वैशाली भी शतरंज खेलती हैं।
बता दें वैशाली अगस्त 2021 में भारत की 10वीं इंटरनेशनल महिला मास्टर बनी थी।
प्रागननंदा और वैशाली दोनों के कोच आरबी रमेश हैं।
वैशाली
प्रगनानंदा की बहन आर वैशाली ने भी हासिल किया शीर्ष स्थान
महिला वर्ग में भारतीय ग्रैंडमास्टर वैशाली ने अपनी अच्छी फॉर्म जारी रखते हुए अन्ना मुजीचुक को हराया। इससे पहले वैशाली ने अपनी साथी ग्रैंड मास्टर कोनेरू हम्पी को हराया था।
अन्य मुकाबलों में कोनेरू ने लेई टिंगजी को हराया और पिया क्रैमलिंग को चीन की जू वेनजुन के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा।
तीसरे दौर की समाप्ति के बाद वैशाली के 5.5 अंक हैं। वेनजुन 4.5 अंको के साथ दूसरे स्थान पर है।