12 साल के अभिमन्यु मिश्रा ने शतरंज में रचा इतिहास, बने सबसे युवा ग्रैंडमास्टर
क्या है खबर?
भारतीय मूल के अमेरिकी शतरंज खिलाड़ी अभिमन्यु मिश्रा ने बीते बुधवार को इतिहास रच दिया है। 12 साल के अभिमन्यु विश्व के सबसे युवा ग्रैंड मास्टर बन गए हैं। उन्होंने सबसे युवा ग्रैंड मास्टर बनने का लगभग 19 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा है।
अभिमन्यु ने बुडापेस्ट में आयोजित टूर्नामेंट में भारतीय ग्रैंडमास्टर लियॉन मेनडोंका को हराकर यह मुकाम हासिल किया है।
आइए एक नजर डालते हैं पूरी खबर पर।
रिकॉर्ड
अभिमन्यु ने कर्जाकिन का रिकॉर्ड तोड़ा
इससे पहले शतरंज के सबसे युवा ग्रैंड मास्टर बनने का रिकॉर्ड रूस के सर्जी कर्जाकिन के नाम पर दर्ज था। साल 2002 में कर्जाकिन ने यह उपलब्धि हासिल की थी। उस वक्त कर्जाकिन की उम्र 12 साल, सात महीने थी। अभिमन्यु ने महज 12 साल, चार महीने की उम्र में ही यह रिकॉर्ड अपने नाम पर दर्ज करवा लिया है।
अभिमन्यु ने बुडापेस्ट में आयोजित टूर्नामेंट में अपना तीसरा ग्रैंड मास्टर नॉर्म प्राप्त किया।
बयान
अभिमन्यु ने 15 वर्षीय ग्रैंडमास्टर को हराया
Chess.com के आधिकारिक बयान के मुताबिक, "अभिमन्यु ने काले मुहरों से खेलते हुए भारत के 15 वर्षीय ग्रैंडमास्टर लियॉन मेनडोंका को हराकर नौ राउंड में 2,600 से अधिक रेटिंग हासिल की है।"
जानकारी
सबसे कम उम्र के इंटरनेशनल मास्टर बने थे अभिमन्यु
अभिमन्यु मिश्रा ने इससे पहले भारत के आर प्रागनंधा के सबसे कम उम्र के इंटरनेशनल मास्टर बनने का रिकॉर्ड भी तोड़ा था।
5 फरवरी, 2009 को जन्मे अभिमन्यु मिश्रा ने 2019 में 10 साल, नौ महीने और 20 दिन की उम्र में यह खिताब अपने नाम किया था। जबकि प्रागनंधा ने ये रिकॉर्ड 10 साल, 10 महीने और 19 दिन में स्थापित किया था।
बयान
पूर्व रिकॉर्डधारक कर्जाकिन ने दी अभिमन्यु को बधाई
इस मौके पर कर्जाकिन ने भी अभिमन्यु मिश्रा को भविष्य के शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा है कि एक बेहतरीन करियर के लिए ये अच्छी शुरुआत है।
हालांकि, अपने रिकॉर्ड के टूटने पर वे थोड़े से उदास थे, लेकिन अभिमन्यु को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
कर्जाकिन ने आगे कहा, "ये काफी लंबा चल गया, इस रिकॉर्ड को लगभग बीस साल हो गए, एक न एक दिन तो इसे टूटना ही था।"