भारत बनाम इंग्लैंड: युवाओं का दमदार प्रदर्शन, सीनियर्स के लिए कठिन हुई प्लेइंग इलेवन में वापसी
क्या है खबर?
भारत और इंग्लैंड के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज समाप्त हो चुकी है जिसे भारत ने 3-1 से अपने नाम किया है। अंतिम टेस्ट में भारत ने पारी और 25 रनों से जीत दर्ज की है।
इस सीरीज में युवा खिलाड़ियों का बोलबाला रहा और भारत को सीरीज जिताने में अहम भूमिका निभाई। सीनियर्स की गैरमौजूदगी में युवा खिलाड़ियों ने दमदार प्रदर्शन किया। अब रविंद्र जडेजा समेत तमाम सीनियर्स की प्लेइंग इलेवन में वापसी मुश्किल हो गई है।
#1
अक्षर ने नहीं खलने दी जडेजा की कमी
इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दौरान अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले अक्षर पटेल के लिए यह सीरीज किसी सपने जैसी रही। तीनों टेस्ट में उन्होंने पारी में पांच विकेट हासिल किए।
अक्षर ने तीन टेस्ट मैचों में ही 27 विकेट हासिल किए जिसमें डे-नाइट टेस्ट में लिए 11 विकेट भी शामिल थे। अक्षर को टीम में चोटिल रविंद्र जडेजा की जगह लाया गया था। उनके इस प्रदर्शन के बाद जडेजा का प्लेइंग इलेवन में आना मुश्किल रहेगा।
#2
सुंदर को भी टीम से निकालना होगा कठिन फैसला
दिग्गज तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी में भारत ने अतिरिक्त ऑलराउंडर उतारने का फैसला लिया था। युवा वाशिंग्टन सुंदर को सीरीज में तीन मैच खेलने का मौका दिया गया था।
पहले टेस्ट में नाबाद 85 और अंतिम टेस्ट में नाबाद 96 रनों की पारी खेलकर सुंदर ने भारत के निचलेक्रम को मजबूत करने का काम किया है। आने वाले मैचों में सुंदर को प्लेइंग इलेवन से बाहर करना बेहद कठिन फैसला हो सकता है।
#3
सिराज ने भी किया है अब तक प्रभावी प्रदर्शन
तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने अब तक मिले हर मौके का भरपूर फायदा उठाया है। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में उन्होंने दो मैचों में तीन विकेट हासिल किए। हालांकि, इस सीरीज में पूरी तरह से स्पिनर्स का बोलबाला रहा।
दो मैचों में सिराज को केवल 26 ओवर की गेंदबाजी करने का ही मौका मिला, लेकिन अपनी लय के साथ उन्होंने दिखाया कि वह भारत और विदेश दोनों जगह अच्छा प्रदर्शन करने का माद्दा रखते हैं।
#4
अब मुश्किल है साहा का टेस्ट टीम में आना
सीनियर विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा को इंग्लैंड के खिलाफ एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला और इसके पीछे ऋषभ पंत की शानदार फॉर्म मुख्य कारण रही।
पंत ने चार मैचों में 270 रन बनाए जिसमें अंतिम टेस्ट में खेली गई 101 रनों की पारी भी शामिल रही। पहले टेस्ट में 91 के स्कोर पर आउट होने वाले पंत ने अपनी विकेटकीपिंग में भी काफी सुधार किया है।