भारतीय कुश्ती महासंघ के निलंबन के लिए बजरंग, विनेश और साक्षी जिम्मेदार हैं- बृजभूषण शरण सिंह
क्या है खबर?
यूनाइटेड विश्व रेसलिंग (UWW) ने गुरुवार को भारतीय कुश्ती संघ (WFI) की सदस्यता अनिश्चित काल के लिए निलंबित करने का फैसला लिया था।
UWW द्वारा यह कार्रवाई WFI द्वारा आवश्यक चुनाव नहीं कराने में विफलता के कारण की गई है।
WFI के निलंबन पर इसके पूर्व अध्यक्ष और यौन उत्पीड़न के आरोप झेल रहे बृजभूषण शरण सिंह ने विवादित बयान देकर माहौल गर्मा दिया है।
आइए जानते हैं बृजभूषण ने क्या कुछ कहा है?
बयान
चार बार चुनाव करवाने की कोशिश की- बृजभूषण
बृजभूषण ने यूपी के गोंडा में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "WFI के चुनाव समय पर नहीं हो सके और इसीलिए महासंघ को निलंबित कर दिया गया। मैंने भी कोशिश की कि ये समय पर हों, लेकिन खिलाड़ियों द्वारा लगाए गए कुछ आरोपों के कारण केंद्र ने मुझे कुश्ती से अलग होने के लिए कहा और मैंने ऐसा किया। चार बार कोशिश की गई कि चुनाव कराए जाएं लेकिन हर बार हमें बाधा का सामना करना पड़ा।"
बयान
8 महीने से कुश्ती की सभी गतिविधियां रुकी हुई हैं
उन्होंने कहा, "चुनाव के लिए यूपी से मैं और मेरा बेटा मतदाता थे। खिलाड़ी चाहते थे कि हमारे परिवार से कोई भी वोट न दे और मैंने इसे स्वीकार किया और अन्य नाम भेजे। लेकिन फिर भी चुनाव नहीं हुए। लगभग 8 महीने से कुश्ती की सभी गतिविधियां रुकी हुई हैं। एशियन गेम्स के लिए कोई शिविर आयोजित नहीं किया गया है। विश्व चैंपियनशिप और एक ओलंपिक क्वालीफाइंग प्रतियोगिता भी आ रही है, लेकिन कोई शिविर आयोजित नहीं किया गया।"
बयान
निलंबन के लिए 'धरनाजीवी' जिम्मेदार
बृजभूषण ने WFI के निलंबन के लिए आंदोलन कर रहे पहलवानों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, "इन सबके लिए तीन 'धरनाजीवी' पहलवान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट जिम्मेदार हैं। उन्होंने हमारी कुश्ती को मजाक बना दिया है। यदि कोई समाधान नहीं निकाला गया, तो हमारे खिलाड़ियों का भविष्य अंधकार में घिर जाएगा। हम चाहते हैं कि हमारे खिलाड़ी एशियन गेम्स, विश्व चैंपियनशिप और ओलंपिक में हमारे झंडे का प्रतिनिधित्व करें।"
बयान
क्यों निलंबित की गई WFI की सदस्यता?
WFI का चुनाव मूल रूप से 12 अगस्त को होना था। हालांकि, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने WFI चुनावों पर 28 अगस्त तक रोक लगा दी है।
स्थगन आदेश हरियाणा कुश्ती संघ (HWA) द्वारा दायर एक याचिका के मद्देनजर आया।
इसके तहत हरियाणा एमेच्योर कुश्ती संघ को WFI चुनावों में वोट डालने की अनुमति देने के कदम को चुनौती दी गई थी।
विभिन्न विवादों के कारण WFI के चुनावों में लगातार देरी होती जा रही है।
रिपोर्ट
UWW ने दिया था 45 दिन का अल्टीमेटम
WFI के चुनाव शुरू में इस साल जून में कराने की योजना बनाई गई थी।
हालांकि, पूर्व WFI प्रमुख के खिलाफ यौन आरोपों को लेकर भारतीय पहलवानों के प्रदर्शन और कई राज्य इकाइयों के कानूनी मुकदमों के कारण चुनाव स्थगित करना पड़ा।
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) द्वारा गठित एक तदर्थ समिति वर्तमान में WFI का संचालन कर रही है।
UWW ने मई में चेतावनी दी थी कि WFI के चुनाव 45 दिनों में नहीं कराए तो वह उसे निलंबित करेगा।