बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी: ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए रुतुराज गायकवाड़ हो सकते हैं टीम का हिस्सा
भारतीय क्रिकेट टीम को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2023-25 के अंतर्गत 21 नवंबर से ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलनी है। इस बीच खबर है कि रुतुराज गायकवाड़ इस ऐतिहासिक बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम की योजनाओं में शामिल हैं। वह तीसरे ओपनर बल्लेबाज के विकल्प के तौर पर ऑस्ट्रेलिया का दौरा कर सकते हैं। बता दें कि गायकवाड़ इस समय ईरानी कप में खेल रहे हैं। आइए इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
बैकअप ओपनर के रूप से सबसे बेहतर विकल्प हैं गायकवाड़
ऑस्ट्रेलिया दौरे को ही ध्यान में रखते हुए गायकवाड़ को बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए नहीं चुना गया है और वह इस समय ईरानी कप में शेष भारत की कप्तानी कर रहे हैं। BCCI के एक सूत्र ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, "आपको ऑस्ट्रेलिया में तीसरे ओपनर की जरूरत है क्योंकि चोट के कारण 5 टेस्ट मैचों की सीरीज लंबी हो सकती है। तीसरे ओपनर के लिए गायकवाड़ से बेहतर कोई और उम्मीदवार नहीं है।"
शानदार रहा है गायकवाड़ का प्रथम श्रेणी करियर
गायकवाड़ का प्रथम श्रेणी करियर शानदार रहा है। उन्होंने 32 मैचों की 55 पारियों में 42.88 की औसत से 2,273 रन बनाए हैं। इस बीच उन्होंने 6 शतक और 12 अर्धशतक लगाए हैं। इस प्रारूप में उनका सर्वोच्च स्कोर 195 रन रहा है। वह हाल ही में दलीप ट्रॉफी में इंडिया-C की कप्तानी कर रहे थे। उस टूर्नामेंट में उनके स्कोर क्रमशः 5, 46, 58, 62, 17 और 44 स्कोर रहे हैं।
इस बार 5 टेस्ट की होगी बॉर्डर-गावस्कर सीरीज
इस बार लम्बे समय के बाद बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में 5 टेस्ट खेले जाएंगे। बता दें कि आखिरी बार दोनों देशों के बीच 5 मैचों की सीरीज 1991-92 में खेली गई, जिसमें ऑस्ट्रेलिया 4-0 से जीता था। अधिकांश द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज में कुल तीन-चार मैच होते हैं। हालांकि, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाली ऐतिहासिक एशेज सीरीज में पांच मुकाबले होते हैं। इनके अलावा इंग्लैंड और भारत के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज में भी पांच मैच खेले जाते हैं।
आखिरी बार भारत ने 2020-21 में किया था ऑस्ट्रेलिया का टेस्ट दौरा
कार्यवाहक कप्तान अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व में भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2020-21 को 2-1 से अपने नाम किया था। यह सिर्फ दूसरा ऐसा मौका था जब भारत ने ऑस्ट्रेलियाई जमीं पर टेस्ट सीरीज अपने नाम की थी।