BCCI ने खत्म किया अंकित चव्हाण पर लगा बैन, दोबारा खेल सकेंगे प्रोफेशनल क्रिकेट
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने मुंबई के स्पिनर अंकित चव्हाण पर लगा आजीवन बैन हटा लिया है। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में राजस्थाव रॉयल्स (RR) के लिए खेल चुके चव्हाण पर 2013 में आजीवन बैन लगाया गया था।
स्पॉट फिक्सिंग मामले में एस. श्रीसंत और अजीत चंदीला के साथ ही उन्हें भी बैन किया गया था। अब चव्हाण पर लगे बैन को घटाकर सात साल का कर दिया गया है।
प्रतिक्रिया
मैं खेलना जारी रखना चाहता हूं- चव्हाण
चव्हाण ने कहा कि वह मैदान में वापसी करने के लिए बेकरार हैं और अब वह काफी ज्यादा राहत महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "मैं BCCI और MCA को उनकी मदद के लिए शुक्रिया कहना चाहूंगा। जैसे ही पाबंदियां हटा ली जाएंगी मैं ग्राउंड में पहुंच जाउंगा। मुझे पता नहीं कि क्या मैं वापस मुंबई की टीम में आ पाउंगा, लेकिन मैं क्रिकेट खेलना जारी रखना चाहता हूं।"
बैन का कारण
स्पॉट-फिक्सिंग के आरोप में लगा था चव्हाण पर बैन
IPL में कथित स्पॉट-फिक्सिंग के कारण 2013 में BCCI ने चव्हाण पर आजीवन बैन लगाया था। श्रीसंत और चंदीला को भी यही सजा दी गई थी। अदालत ने बाद में आदेश दिया था कि आजीवन बैन लगाना उचित नहीं है।
अदालत के आदेश के बाद BCCI ऑफिशियल ने श्रीसंत पर लगे बैन को सात साल का कर दिया था और श्रीसंत ने मैदान में वापसी भी कर ली है।
ऑफिशियल क्रिकेट
दोबारा ऑफिशियल क्रिकेट खेल सकेंगे चव्हाण
श्रीसंत के वापसी करने के बाद चव्हाण लगातार एसोसिएशन से गुहार लगा रहे थे कि उनके मामले में भी यही नियम लगाया जाए। हालांकि, MCA ने इस मामले में पड़ने से इंकार कर दिया था।
अब चव्हाण पर लगे बैन को सात साल का कर दिया गया है और इसके बारे में BCCI के CEO हेमंग अमीन ने उन्हें जानकारी दी है। अब वह दोबारा ऑफिशियल क्रिकेट खेल सकेंगे।
करियर
ऐसा रहा है चव्हाण का करियर
चव्हाण ने मुंबई के लिए 18 फर्स्ट-क्लास, 20 लिस्ट-ए और 26 टी-20 मैच खेले हैं। उन्होंने फर्स्ट-क्लास में 53, लिस्ट-ए में 18 और टी-20 में 19 विकेट लिए हैं। फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में उनके नाम एक शतक भी है और उनका बल्लेबाजी औसत 35.68 का रहा है।
बैन लगने से पहले चव्हाण ने 13 IPL मैच खेले थे। उन्होंने IPL में 7.89 की इकॉनमी से रन देते हुए कुल आठ विकेट चटकाए थे।