बिल्बाओ ने जीता स्पैनिश सुपर कप, मेसी को मिला क्लब करियर का पहला रेड कार्ड
क्या है खबर?
बीती रात खेले गए स्पैनिश सुपर कप (सुपरकोपा डे एस्पाना) के फाइनल में एथलेटिक बिल्बाओ ने FC बार्सिलोना को 3-2 से हराते हुए खिताब पर अपना कब्जा जमा लिया।
सुपरकोपा इतिहास में यह तीसरा मौका है जब बिल्बाओ ने खिताब जीता है।
इस मुकाबले में एक और ऐतिहासिक चीज हुई। दरअसल FC बार्सिलोना के लिए खेलते हुए लियोनल मेसी को पहली बार रेड कार्ड दिखाया गया।
आइए जानते हैं कैसा रहा मुकाबला।
पहला हाफ
पहले हाफ में बराबर रहा था स्कोर
लियोनल मेसी, एंटोइने ग्रीजमन और ओस्माने डेम्बेले जैसे स्टार खिलाड़ी के साथ उतरी बार्सिलोना ने पहले हाफ में बढ़त हासिल की।
40वें मिनट में ग्रीजमन ने गोल दागते हुए बार्सिलोना को बढ़त दिलाई।
हालांकि, दो मिनट बाद ही ऑस्कर डे मार्कोस ने गोल दागते हुए स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया था।
पहले हाफ की समाप्ति तक स्कोर 1-1 से बराबर ही रहा। पहले हाफ में बिल्बाओ अधिक आक्रामक रही थी।
दूसरा हाफ
दूसरे हाफ के अंतिम क्षणों में बिल्बाओ ने पलटी बाजी
मैच के 77वें मिनट में ग्रीजमन ने एक बार फिर गोल दागा और बार्सिलोना को 2-1 से आगे कर दिया।
मुकाबला अंतिम क्षणों में पहुंच चुका था, लेकिन एसिर विलाइब्रे ने 90वें मिनट में गोल दागकर मैच को अतिरिक्त समय में भेजा।
30 मिनट के अतिरिक्त समय के तीसरे ही मिनट में इनाकी विलियम्स ने गोल दागते हुए बिल्बाओ को 3-2 से आगे कर दिया था और यह गोल निर्णायक साबित हुआ।
रेड कार्ड
इस कारण मेसी को मिला क्लब करियर का पहला रेड कार्ड
मुकाबले में कोई गोल नहीं कर सके मेसी काफी झल्लाए हुए थे और उनकी टीम भी मैच हारने के कगार पर खड़ी थी।
30 मिनट के अतिरिक्त समय के अंतिम क्षणों में मेसी पर विलाइब्रे ने एक लेट चैलेंज किया।
मेसी ने काफी गुस्से से प्रतिक्रिया दी और विलाइब्रे को पीछे से धक्का दिया।
इस घटना के लिए मेसी को बार्सिलोना के लिए 753वें अपिएरेंस में पहला रेड कार्ड देखना पड़ा।
इतिहास
बार्सिलोना ने सबसे अधिक बार जीता है सुपर कोपा
1982 में शुरु हुई सुपर कोपा डे एस्पाना दो टीमों के बीच खेली जाती थी, लेकिन 2019-20 से इसमें चार टीमें हिस्सा ले रही हैं।
ला-लीगा और कोपा डेल रे की विजेता और उपविजेता टीमें इसमें हिस्सा लेती हैं।
बार्सिलोना ने सबसे अधिक 13 बार टूर्नामेंट जीता है तो वहीं रियल मैड्रिड ने 11 बार खिताब अपने नाम किया है।
बार्सिलोना ही सबसे अधिक 11 बार टूर्नामेंट की उपविजेता भी रही है।