टी-20 के बाद अब भारत की वनडे टीम में भी हो सकती है अश्विन की वापसी
क्या है खबर?
दिग्गज भारतीय ऑफ-स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के लिए पिछले कुछ महीने शानदार रहे हैं। चार साल बाद अश्विन ने भारत की टी-20 टीम में वापसी की है और अब वह वनडे टीम में भी शामिल हो सकते हैं।
दक्षिण अफ्रीका दौरे पर होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए अश्विन को चुना जा सकता है। नवंबर 2021 से पहले अश्विन चार साल तक केवल टेस्ट ही खेलते नजर आए थे।
विश्व कप
2023 विश्व कप को देखते हुए कराई जा सकती है अश्विन की वापसी
टी-20 विश्व कप और उसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टी-20 मैचों में अश्विन का प्रदर्शन अच्छा रहा था। लिमिटेड ओवर्स के नए कप्तान रोहित शर्मा और टीम के हेडकोच राहुल द्रविड़ भी अश्विन से काफी प्रभावित हैं। रोहित और द्रविड़ 2023 विश्व कप की तैयारी शुरु कर रहे हैं।
रविंद्र जडेजा फिलहाल चोटिल हैं तो ऐसे में अश्विन को दक्षिण अफ्रीका में मौका दिया जा सकता है।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
चार साल बाद टी-20 टीम में अश्विन की वापसी शानदार रही है। वापसी के बाद खेले पांच मैचों में वह नौ विकेट ले चुके हैं। टी-20 विश्व कप के तीन मैचों में उन्होंने पांच विकेट लिए थे।
वेंकटेश अय्यर
हार्दिक के विकल्प के रूप में चुने जा सकते हैं अय्यर
मध्य प्रदेश के लिए विजय हजारे ट्रॉफी में वेंकटेश अय्यर ने छह मैचों में 379 रन बनाने के अलावा नौ विकेट भी हासिल किए हैं। वेंकटेश अपनी टीम के लिए हर मैच में लगभग 10 ओवर की गेंदबाजी कर रहे थे।
चार नंबर पर उन्होंने 112 तो वहीं पांचवें नंबर पर 151 रनों की पारी खेली है। वेंकटेश को चोटिल हार्दिक पंड्या के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है।
रुतुराज गायकवाड़
गायकवाड़ हो सकते हैं बैकअप ओपनर
रुतुराज गायकवाड़ ने महाराष्ट्र के लिए विजय हजारे ट्रॉफी में लगातार तीन शतक लगाए थे। उन्होंने केवल पांच मैचों में 603 रन बनाए जिसमें चार शतक शामिल रहे।
वह लगातार अच्छी फॉर्म में चल रहे हैं और चयनकर्ताओं के लिए उन्हें नजरअंदाज कर पाना आसान नहीं होगा। कप्तान रोहित के फिट होने की स्थिति में रुतुराज को प्लेइंग इलेवन में मौके के लिए इंतजार करना पड़ सकता है।
शिखर धवन
खतरे में है धवन का भविष्य
36 साल के ओपनिंग बल्लेबाज शिखर धवन का भविष्य खतरे में दिख रहा है। धवन को टी-20 विश्व कप के लिए टीम में नहीं चुना गया था और अब उनका वनडे करियर भी खतरे में दिख रहा है।
चयनकर्ताओं और टीम मैनेजमेंट के दिमाग में गायकवाड़, पृथ्वी शॉ और देवदत्त पड़िकल जैसे युवाओं को विश्व कप के लिए तैयार करने या फिर धवन को मौका देने का सवाल चल रहा होगा।