टी-20 विश्व कप के बाद भारतीय टीम के हेडकोच बन सकते हैं कुंबले
टी-20 विश्व कप की समाप्ति के साथ ही भारतीय हेडकोच रवि शास्त्री का कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है। शास्त्री ने अपने करार को एक महीने आगे बढ़ाने से इंकार कर दिया है। शास्त्री के साथ ही गेंदबाजी कोच भरत अरुण और फील्डिंग कोच आर श्रीधर का कार्यकाल भी समाप्त होगा। ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) एक बार फिर से पूर्व हेडकोच अनिल कुंबले से संपर्क कर सकता है।
दोबारा कुंबले को हेडकोच बनने का ऑफर दे सकती है BCCI
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक BCCI कुंबले को दोबारा भारतीय टीम का हेडकोच बनने का ऑफर दे सकती है। गौरतलब है कि कुंबले ने 2017 में एक साल के कार्यकाल के बाद ही हेडकोच पद के इस्तीफा दे दिया था। फिलहाल कुंबले इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में पंजाब किंग्स के डॉयरेक्टर ऑफ क्रिकेट और हेडकोच हैं। इसके अलावा वह इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) क्रिकेट कमेटी के हेड भी हैं।
जयवर्धने से भी BCCI ने किया था संपर्क
BCCI ने कुंबले की ओर जाने से पहले श्रीलंका के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर महेला जयवर्धने से भी संपर्क किया था। हालांकि, जयवर्धने ने इस ऑफर को ठुकरा दिया है। जयवर्धने फिलहाल श्रीलंका टीम को अपनी सेवाएं देने का मन बना रहे हैं। इसके अलावा श्रीलंकाई दिग्गज मुंबई इंडियंस (MI) को अपनी कोचिंग में दो बार चैंपियन बना चुके हैं। जयवर्धने IPL में कोचिंग को नहीं छोड़ना चाह रहे हैं।
भारतीय हेडकोच बनने के लिए पूरी करनी होंगे ये शर्तें
जिस भी व्यक्ति को भारतीय टीम का हेडकोच बनाया जाएगा वह इस पद के अलावा किसी भी अन्य पद पर काम नहीं कर सकेगा। उदाहरण के लिए यदि जयवर्धने की बात करें तो उन्हें IPL में कोचिंग छोड़नी पड़ेगी। यदि कुंबले को दोबारा यह पद संभालना है तो उन्हें भी IPL और ICC के अपने पदों का त्याग करना होगा। इसके अलावा व्यक्ति के पास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेले होने के अलावा कोचिंग का भी अनुभव होना चाहिए।
कोहली से मतभेद के चलते कुंबले ने दिया था त्यागपत्र
कुंबले और कोहली के बीच मतभेद की खबरें लगातार आ रही थीं, लेकिन 2017 चैंपियन्स ट्रॉफी फाइनल की हार के बाद ये खबरें खुलकर सामने आ गई थीं। इसके बाद कुंबले पर पद छोड़ने का दबाव बनाया गया था। अपने पद से त्यागपत्र देते समय कुंबले ने बयान जारी किया था और बताया था कि उन्हें अचानक पता चला है कि कोहली को उनके काम करने के तरीके से परेशानी है।