अर्जुन अवार्ड के लिए गुरप्रीत सिंह और जेजे लल्पेख्लुआ के नाम भेजेगी फुटबॉल फेडरेशन
क्या है खबर?
ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) ने कहा है कि वे गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू और फारवर्ड खिलाड़ी जेजे लल्पेख्लुआ का नाम अर्जुन अवार्ड के लिए भेजेंगे।
यह दूसरी बार होगा जब इन दोनों के नाम की लिस्ट भेजी जाएगी। 2017 में जेजे और गुरप्रीत के अलावा महिला खिलाड़ी बेमबेम देवी का नाम भेजा गया था।
बेमबेम को अर्जुन अवार्ड से नवाजा गया था, लेकिन गुरप्रीत और जेजे को प्रतिष्ठित अवार्ड नहीं मिला था।
लेटर
जल्द ही भेजा जाएगा ऑफिशियल लेटर
AIFF ने इस साल के लिए जेजे और गुरप्रीत के नामों पर मुहर लगा दी है और वे इन्हीं दो खिलाड़ियों का नाम अर्जुन अवार्ड के लिए भेजने वाले हैं।
PTI से बात करते हुए AIFF के एक ऑफिशियल ने कहा, "हां, हम उनके नामों पर ही विचार कर रहे हैं और जल्दी ही हम इसके लिए एडमिनिस्ट्रेशन को ऑफिशियल लेटर भी भेजने वाले हैं।"
गुरप्रीत सिंह
यूरोपियन टॉप डिवीजन लीग खेलने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी हैं गुरप्रीत
गुरप्रीत सिंह संधू ने अपने करियर का शुरुआती समय कोलकाता जॉयंट ईस्ट बंगाल के साथ बिताया और फिर वे नॉर्वे चले गए।
वहां गुरप्रीत को काफी मौके मिले और स्टाबेक के लिए खेलते हुए वह यूरोपियन टॉप डिवीजन लीग खेलने वाले पहेल भारतीय खिलाड़ी बने थे।
पिछले दो सीजन से गुरप्रीत बेंगलुरु FC के लिए खेल रहे हैं और दोनों ही सीजन वह लीग के सबसे बेहतरीन गोलकीपर्स में से एक रहे हैं।
जेजे लल्पेख्लुआ
2011 से लगातार भारतीय टीम का हिस्सा हैं जेजे
जेजे लल्पेख्लुआ ने 2011 में भारतीय टीम के लिए अपना डेब्यू किया था और तब से लगातार टीम का हिस्सा हैं।
सुनील छेत्री की मौजूदगी में जेजे पर उतना फोकस नहीं पड़ता, लेकिन वह अब तक 23 गोल दाग चुके हैं।
अपने करियर में डेम्पो और मोहन बागान जैसे क्लबों के लिए खेल चुके जेजे फिलहाल चेन्नइन FC के लिए खेल रहे हैं।
जेजे ने अपने करियर में 216 मैचों में 91 गोल दागे हैं।
अर्जुन अवार्ड
अब तक 25 फुटबॉलर्स को मिल चुका है अर्जुन अवार्ड
1961 में पीके बनर्जी को अर्जुन अवार्ड से नवाजा गया था और वह इस अवार्ड को हासिल करने वाले पहले फुटबॉलर थे।
चुन्नी गोस्वामी, आइएम विजयन, बाईचुंग भूटिया, सुब्रता पॉल और सुनील छेत्री जैसे टॉप फुटबॉलर्स को मिलाकर अब तक 25 फुटबॉलर्स इस अवार्ड से सम्मानित हो चुके हैं।
2017 में बेमहेम देवी को इस अवार्ड से नवाजा गया था और इसे हासिल करने वाली वह पहली महिला फुटबॉलर हैं।