शाओमी भारत में लेकर आई 'बैटरी रिप्लेसमेंट प्रोग्राम', केवल 499 रुपये से शुरुआत
क्या है खबर?
टेक कंपनी शाओमी भारत में अपने ग्राहकों के लिए नया बैटरी रिप्लेसमेंट प्रोग्राम लेकर आई है।
इस प्रोग्राम के साथ शाओमी यूजर्स अपने डिवाइस की बैटरी Mi सर्विस सेंटर पर चेक करवा सकेंगे और बहुत कम कीमत पर इसे रिप्लेस करवाने का विकल्प मिलेगा।
नए शाओमी प्रोग्राम का फायदा रेडमी और शाओमी स्मार्टफोन्स पर मिलेगा।
बता दें, इससे पहले तक बैटरी रिप्लेस करवाने के लिए बड़ी रकम खर्च करनी पड़ती थी।
प्रोग्राम
499 रुपये की शुरुआती कीमत से बदली जाएगी बैटरी
बैटरी रिप्लेसमेंट प्रोग्राम के साथ शाओमी स्मार्टफोन्स की बैटरीज 499 रुपये की शुरुआती कीमत में बदली जाएंगी।
हालांकि, इसके लिए यूजर्स को नजदीकी Mi सर्विस सेंटर तक जाना होगा और बैटरी चेक करवानी होगी।
अगर चेकअप में पता चलता है कि बैटरी बदले जाने की जरूरत है, तो ग्राहक को प्रोग्राम का फायदा मिलेगा।
बता दें, अक्सर स्मार्टफोन्स बदले जाने की वजह बैटरी से जुड़ी दिक्कतों से जुड़ी होती है।
बैटरी
ज्यादा इस्तेमाल से कमजोर होती है बैटरी
लेटेस्ट स्मार्टफोन्स इन दिनों लिथियम-आयन बैटरीज के साथ आते हैं, क्योंकि वे इस्तेमाल में सुरक्षित होती हैं और अच्छा परफॉर्म करती हैं।
हालांकि, लंबे वक्त तक इनका इस्तेमाल होने के बाद बैटरी तेजी से खत्म होने जैसी दिक्कतें आने लगती हैं।
ऐसा लंबे वक्त (कई साल) तक डिवाइस के लगातार इस्तेमाल होने के चलते होता है।
बैटरी कैपेसिटी पर असर पड़ने की स्थिति में उसे रिप्लेस करवाया जा सकता है।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
शाओमी ने भारत में सिर्फ दो सेकेंड में Mi3 के 15,000 स्मार्टफोन यूनिट्स बेचे थे। साल 2014 में शाओमी ने केवल एक दिन में 21 लाख स्मार्टफोन बेचकर गिनीज वर्ल्ड में रिकॉर्ड कायम किया था।
विकल्प
नहीं बदलना होगा आपका स्मार्टफोन
अगर आपका शाओमी फोन भी कुछ साल पुराना हो गया है और फुल चार्ज होने के बाद उसके बैटरी तेजी से खत्म हो जाती है, तो फोन बदलने की जरूरत नहीं है।
आप नजदीकी सर्विस सेंटर पर जाकर सिर्फ डिवाइस की बैटरी रिप्लेस करवा सकते हैं।
नए प्रोग्राम के साथ यह प्रक्रिया आसान और पहले के मुकाबले सस्ती भी हो गई है।
हालांकि, अलग-अलग डिवाइसेज के बैटरी रिप्लेसमेंट में आने वाला खर्च अलग होगा।
हाइपरचार्ज
खास चार्जिंग टेक्नोलॉजी लाई है शाओमी
शाओमी ने अपनी लेटेस्ट फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी के साथ सभी पुराने रिकॉर्ड्स तोड़ दिए हैं।
कंपनी का दावा है कि इसकी 200W वायर्ड 'हाइपरचार्ज' टेक्नोलॉजी की मदद से Mi 11 प्रो (कस्टम बिल्ड) की 4,000mAh बैटरी को केवल आठ मिनट में फुल चार्ज किया जा सकता है।
शाओमी ने बताया है कि फोन को 120W वायरलेस चार्जिंग के साथ भी केवल 15 मिनट में फुल चार्ज किया जा सकता है।
रिकॉर्ड
शाओमी का विश्व रिकॉर्ड बनाने का दावा
शाओमी का कहना है कि हाइपरचार्ज टेक्नोलॉजी ने वायर्ड और वायरलेस चार्जिंग दोनों में विश्व रिकॉर्ड बनाया है।
बता दें, शाओमी ने कुछ साल पहले ही 100W चार्जिंग टेक्नोलॉजी पेश की थी, जिसकी मदद से 4,000mAh की बैटरी को केवल 17 मिनट में फुल चार्ज किया जा सकता था।
वहीं, पिछले साल शाओमी ने 120W चार्जिंग टेक्नोलॉजी के साथ Mi 10 अल्ट्रा की बड़ी 4,500mAh बैटरी को केवल 23 मिनट में फुल चार्ज कर दिखाया।