मंगल ग्रह पर क्यों होता है 24.6 घंटे का एक दिन? जानिए वजह
नासा और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियां मंगल ग्रह के बारे में नई जानकारियां हासिल करने की कोशिश कर रही हैं। मंगल पर एक दिन का समय 24.6 घंटे होता है, जो पृथ्वी के दिन से थोड़ा लंबा है। यह वैज्ञानिकों के लिए एक चुनौती है। जब हम किसी मिशन पर मंगल की ओर बढ़ते हैं, तो हमें ग्रह के खास दिन और रात के चक्र को समझना होता है और उसी के अनुसार अपने काम को व्यवस्थित करना होता है।
क्यों अधिक होता है दिन का समय?
मंगल ग्रह पर एक दिन लगभग 24 घंटे 39 मिनट का होता है, जिसे 'सोल' कहते हैं। यह पृथ्वी के 24 घंटे के दिन से थोड़ा लंबा है और इसका कारण यह है कि मंगल की धुरी पर घूर्णन की गति पृथ्वी की तुलना में धीमी है। इसके अलावा, मंगल की धुरी लगभग 25.2 डिग्री पर झुकी हुई है, जिससे इसका मौसम चक्र प्रभावित होता है। इसलिए, मंगल पर एक दिन का समय पृथ्वी की तुलना में अधिक होता है।
मौसम होता है पृथ्वी के समान
मंगल पर मौसम पृथ्वी के समान होता है, जिसमें गर्मियों, सर्दियों और धूल भरी आंधियों का अनुभव होता है। सर्दियों में तापमान -125 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। मंगल का वातावरण बहुत पतला है, जिसमें मुख्य रूप से कार्बन डाइऑक्साइड है, जिससे जीवन के लिए आवश्यक संसाधनों की कमी होती है। मानव यात्रा की योजना में एक सोल की जानकारी अंतरिक्ष यात्रियों के दैनिक जीवन और प्रयोगों के लिए बहुत जरुरी है।