कौन हैं भारतीय-अमेरिकी इंजीनियर विनोद धाम, जिन्हें मिलेगा पद्म भूषण पुरस्कार?
क्या है खबर?
भारतीय-अमेरिकी इंजीनियर विनोद धाम को भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने अपने आविष्कारों के जरिए कंप्यूटर तकनीक को नई दिशा दी है और उन्हें 'पेंटियम चिप का जनक' कहा जाता है।
14 अप्रैल, 1950 को महाराष्ट्र के पुणे में जन्में धाम का योगदान आधुनिक प्रोसेसर तकनीक की नींव रखने में अहम रहा है। उन्होंने न्यू पाथ वेंचर्स और इंडो-यूएस वेंचर पार्टनर्स की स्थापना भी की, जो भारत में स्टार्टअप्स को बढ़ावा देती हैं।
शिक्षा
कहां से पूरी की है उन्होंने पढाई?
धाम ने अपनी शुरुआती पढ़ाई भारत में पूरी की। उन्होंने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री ली।
आगे की पढ़ाई के लिए वह अमेरिका गए और सिनसिनाटी विश्वविद्यालय में कोलाइड रसायन शास्त्र का अध्ययन किया।
पढ़ाई पूरी करने के बाद वह भारत लौटे और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में शोध कार्य किया। उनकी जिज्ञासा और विज्ञान के प्रति रुचि ने उनके करियर की राह को मजबूत बनाया।
करियर
पेंटियम चिप और करियर की सफलता
धाम 1979 में इंटेल कंपनी से जुड़े और वहां उन्होंने पेंटियम प्रोसेसर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह चिप कंप्यूटर तकनीक में क्रांति का प्रतीक बनी।
इसके बाद उन्होंने AMD और फ्लैश मेमोरी तकनीक के विकास में भी योगदान दिया। उनकी मेहनत और तकनीकी समझ ने उन्हें सेमीकंडक्टर क्षेत्र में एक अग्रणी व्यक्ति के रूप में स्थापित किया।
उन्होंने सिलिकॉन स्पाइस जैसी कंपनियों में वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (VoIP) तकनीक को आगे बढ़ाने में भी मदद की।