
इन कारणों से फट सकती है इंवर्टर की बैटरी, भूलकर भी न करें ये गलतियां
क्या है खबर?
गर्मी के दिनों में छोटे शहरों और गांवों में बिजली कटौती की समस्या आम होती है। इससे छुटकारा पाने के लिए लोग घरों में इंवर्टर लगवाते हैं, ताकि बिजली गुल होने के बाद भी पंखे, लाइट और अन्य जरूरी इलेक्ट्राॅनिक उपकरण चलते रहें।
अनदेखी और कुछ गलतियां करने से सुविधा के लिए लगाया गया इंवर्टर कई बार खतरा भी बन सकता है।
आइये जानते हैं किन कारणों से इंवर्टर की बैटरी में विस्फोट हो सकता है।
वेंटीलेशन
बैटरी के लिए वेंटीलेशन है जरूरी
इन्वर्टर की बैटरी से गैसें निकलती हैं, जो बंद कमरे या कम हवा वाली जगह पर जमा हो जाएं तो जरा-सी चिंगारी से बड़ा ब्लास्ट कर सकती है।
गर्मी के मौसम में बैटरी पहले से ही गरम हो जाती है, ऐसे में खुली हवा नहीं मिलने पर यह ओवरहीट होकर फट सकती है।
ऐसे में बैटरी को ऐसी जगह पर रखें, जहां उसे हवा मिलती रहे और कमरा पूरी तरह से बंद करके न रखें।
वायरिंग
वायरिंग की जांच है जरूरी
इंवर्टर की वायरिंग की समय-समय पर जांचते करते रहें। अगर, वायर ढीले या कमजोर गुणवत्ता के हैं तो शॉर्ट सर्किट से आग लगने का खतरा बना रहता है।
इसलिए, अच्छी गुणवत्ता के वायर इस्तेमाल करें और वायरिंग के कनेक्शन मजबूत रखें।
इसके अलावा, इंवर्टर पर क्षमता से अधिक लोड न दें, जितना बैकअप बैटरी दे सकती है, उतना ही इस्तेमाल करें। ओवरलोड के कारण हादसा होने या इसके खराब होने की आशंका रहती है।
पुरानी बैटरी
पुरानी होने पर बदल दें बैटरी
बैटरी की एक समय सीमा होती है और समय के साथ यह कमजोर पड़ने लगती है। ज्यादा पुरानी होने पर यह फूल या क्षतिग्रस्त हो सकती है।
ऐसी बैटरी का इस्तेमाल करना खतरे को आमंत्रण देने जैसा है। ऐसी बैटरी के अंदर रासायनिक प्रतिक्रिया अनियंत्रित हो सकती है, जिससे ब्लास्ट होने का खतरा बढ़ जाता है।
ऐसे में क्षतिग्रस्त बैटरी को नजरअंदाज न करें और इसे समय रहते बदलवा लें और मरम्मत से ठीक हो सकती है दुरुस्त करा लें।