
मिनीमैक्स के AI मॉडल M1 की क्या है खासियत, जिसे डीपसीक से बताया जा रहा बेहतर?
क्या है खबर?
शंघाई की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) स्टार्टअप कंपनी मिनीमैक्स ने अपना पहला ओपन-सोर्स रीजनिंग मॉडल M1 लॉन्च किया है।
कंपनी ने इसकी घोषणा अपने ऑफिशियल वीचैट अकाउंट पर की, जिससे तकनीकी जगत में हलचल मच गई।
मिनीमैक्स का दावा है कि M1 मॉडल कुछ टास्क में डीपसीक-R1 जैसे मॉडल की तुलना में आधे कंप्यूटिंग संसाधनों में काम करता है, जिससे समय और ऊर्जा दोनों की बचत होती है।
यह मॉडल खास तौर पर सोचने-समझने वाले कामों के लिए बनाया गया है।
खासियत
क्या है इसकी खासियत?
M1 मॉडल को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह 64,000 टोकन या उससे कम लंबाई वाले कामों में भी शानदार परिणाम देता है, जिससे जटिल कार्यों की गति बढ़ती है।
यह मॉडल डीपसीक के मुकाबले आधे संसाधनों में तेजी से काम करता है और अधिक कुशल बनाता है।
इसमें हाइब्रिड मिक्सचर-ऑफ-एक्सपर्ट्स आर्किटेक्चर और लाइटनिंग अटेंशन जैसी तकनीकें शामिल हैं, जिससे इसकी मेमोरी की खपत कम होती है और लंबी ट्रेनिंग आसानी से हो जाती है।
विंडो
बेहद लंबी विंडो की क्षमता
M1 मॉडल की सबसे खास बात है कि यह 10 लाख इनपुट टोकन और 80,000 आउटपुट टोकन को संभाल सकता है।
यह क्षमता डीपसीक-R1 से 10 गुना ज्यादा है और इससे लंबे टेक्स्ट को आसानी से समझा जा सकता है। इसकी लंबी विंडो के कारण यह मॉडल कठिन और लंबे इनपुट वाले कार्यों को आसानी से प्रोसेस कर सकता है।
इस वजह से यह जटिल बिजनेस उपयोगों के लिए भी पूरी तरह तैयार है और नया विकल्प बन सकता है।
तैयारी
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चुनौती की तैयारी
मिनीमैक्स ने अपने तकनीकी पेपर में 24 बार डीपसीक का जिक्र किया है, जिससे यह साफ है कि वह अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनी को सीधी चुनौती देना चाहता है और खुद को बेहतर साबित करना चाहता है।
कंपनी ने यह भी बताया कि M1 का प्रदर्शन गूगल, OpenAI और एंथ्रोपिक जैसे बड़े नामों के बराबर है, जिससे इसका महत्व बढ़ जाता है।
इस लॉन्च के साथ मिनीमैक्स वीक की शुरुआत हुई है, जिसमें और प्रोडक्ट घोषणाएं भी की जाएंगी।