फोन के लॉक-स्क्रीन कंटेंट पर पहले से दोगुना वक्त बिता रहे हैं भारतीय- रिपोर्ट
क्या है खबर?
भारतीय यूजर्स अपने स्मार्टफोन्स के साथ तो ढेर सारा वक्त बिताते ही हैं, उसकी लॉक-स्क्रीन पर दिखने वाला कंटेंट भी पहले से ज्यादा देख रहे हैं।
इनमोबी ग्रुप की कंपनी ग्लांस की ओर से गुरुवार को शेयर की गई नई रिपोर्ट में बताया गया है कि यूजर्स लॉक-स्क्रीन पर दिखने वाले कंटेंट से किस तरह इंटरैक्ट करते हैं।
रिपोर्ट ग्लांस प्लेटफॉर्म पर जनवरी, 2020 से लेकर जनवरी, 2021 के बीच रिकॉर्ड किए गए यूजर्स बिहेवियर पर आधारित है।
रिपोर्ट
यूजर्स लॉक-स्क्रीन पर बिता रहे हैं ज्यादा वक्त
'व्हाट इंडिया कंज्यूम्स ऑन लॉक स्क्रीन' रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले साल के मुकाबले यूजर्स अपने फोन की लॉकस्क्रीन पर 200 प्रतिशत ज्यादा वक्त बिता रहे हैं।
इसमें बताया गया है कि एक औसत यूजर रोजाना लॉक-स्क्रीन पर ग्लांस कंटेंट देखने के लिए 25 मिनट का वक्त बिताता है।
ग्लांस रिपोर्ट की मानें तो यूजर्स रोजाना औसतन 70 बार अपना फोन अनलॉक करते हैं। वहीं, कम से कम 50 बार लॉक-स्क्रीन पर दिखने वाला कंटेंट कंज्यूम करते हैं।
कंटेंट
सबसे ज्यादा देखा जाता है कॉमिक कंटेंट
रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो कंटेंट देखने वाले यूजर्स भी भारत में पहले से बढ़े हैं और इसका वीडियो कंटेंट देखने वाले 182 प्रतिशत तक ज्यादा वक्त बिता रहे हैं।
शॉर्ट वीडियो ऐप्स का इंगेजमेंट भी बढ़ा है और रोपोसो ऐप पर यूजर्स 30 प्रतिशत ज्यादा वक्त बिता रहे हैं।
इसके अलावा सबसे ज्यादा देखी गईं दो कैटेगरी कॉमेडी और म्यूजिक हैं। इसी तरह छोटे और नॉन-मेट्रो शहरों में रहने वाले लोगों ने स्थानीय भाषा में कंटेंट देखना पसंद किया।
गेमिंग
लॉकडाउन में बढ़ी मोबाइल गेमिंग की डिमांड
रिपोर्ट में बताया गया है कि कोविड-19 महामारी के चलते लॉकडाउन में यूजर्स ने अपने डिवाइसेज के साथ ज्यादा वक्त बिताया।
इस दौरान मोबाइल गेमिंग की डिमांड काफी बढ़ गई और लॉकडाउन के दौरान इस कैटेगरी में 153 प्रतिशत बढ़त दर्ज की गई।
ग्लांस रिपोर्ट की मानें तो गेमर्स ने इस दौरान नए गेम्स ट्राई किए और 41 प्रतिशत यूजर्स अपने डिवाइस में रोज तीन या इससे ज्यादा रहे थे।
गेमिंग करते हुए यूजर्स ने 26 प्रतिशत ज्यादा वक्त बिताया।
वीडियो
सोने से पहले फोन का इस्तेमाल
रिपोर्ट में बताया गया है कि डिनर करने से और सोने से पहले यूजर्स अपने डिवाइस की लॉकस्क्रीन पर दिखने वाला कंटेंट कंज्यूम करते हैं।
लॉक-स्क्रीन पर देखे जाने वाले कुल कंटेंट का आधे से ज्यादा (करीब 64 प्रतिशत) हिस्सा वीडियो होते हैं।
वीडियो देखने वाले करीब 50 प्रतिशत व्यूअर्स नॉन-मेट्रो या छोटे शहरों से हैं।
करीब 85 प्रतिशत यूजर्स को 10 मिनट या इससे कम वीडियोज देखना पसंद आता है।