ट्रंप-मस्क का आरोप, बाइडन सरकार ने सुनीता विलियम्स को अंतरिक्ष में फंसा छोड़ दिया
क्या है खबर?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला के CEO एलन मस्क ने बड़ा दावा किया है कि जो बाइडन प्रशासन ने राजनीतिक कारणों से नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) पर छोड़ दिया।
फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में मस्क ने कहा कि इन अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी में "हास्यास्पद हद तक" देरी की गई। वहीं, ट्रंप ने आरोप लगाया कि बाइडेन उन्हें प्रचार से बचने के लिए वहीं छोड़ना चाहते थे।
बयान
इंटरव्यू में ट्रंप और मस्क ने क्या कहा?
फॉक्स न्यूज के पत्रकार ने ट्रंप और मस्क से पूछा, "दो अंतरिक्ष यात्रियों के बारे में क्या कहेंगे, जिनके बारे में मुझे लगता है कि उन्हें वहीं छोड़ दिया गया था?"
इस पर मस्क ने जवाब दिया, "राष्ट्रपति के अनुरोध या निर्देश पर, हम अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी में तेजी ला रहे हैं, जिसे हास्यास्पद हद तक स्थगित कर दिया गया था।"
ट्रंप ने कहा, "मुझे लगता है कि बाइडन उन्हें वहीं छोड़ना चाहते थे। वह प्रचार नहीं चाहते थे।"
वजह
तकनीकी खराबी के कारण बार-बार टली वापसी
विलियम्स और विल्मोर जून, 2024 में बोइंग के स्टारलाइनर से ISS गए थे।
यह मिशन केवल 8 दिन का था, लेकिन तकनीकी खामियों के कारण उनकी वापसी बार-बार टलती रही। अंतरिक्ष यान में हीलियम लीक और थ्रस्टर की खराबी पाई गई, जिससे यह सुरक्षित नहीं रहा।
नासा ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए मिशन को स्थगित किया। इस कारण दोनों अंतरिक्ष यात्री अब भी ISS पर मौजूद हैं।
वापसी
अब स्पेस-X से कराई जाएगी सुरक्षित वापसी
नासा ने अब योजना बनाई है कि मार्च, 2025 के अंत तक विलियम्स और विल्मोर को स्पेस-X के अंतरिक्ष यान से पृथ्वी पर वापस लाया जाएगा।
मस्क ने कहा कि उनकी कंपनी ने पहले भी कई अंतरिक्ष यात्रियों को सफलतापूर्वक वापस लाया है और यह मिशन भी सफल रहेगा।
उन्होंने बाइडेन प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि बिना किसी राजनीतिक प्रभाव के यह प्रक्रिया पहले ही पूरी हो जानी चाहिए थी।