यूजर्स से जुड़ा सबसे ज्यादा डाटा इकट्ठा करती हैं ये ऐप्स, प्राइवेसी के लिए बड़ा खतरा
क्या है खबर?
मोबाइल ऐप्स बनाने वाली फर्म और कंपनियों पर यूजर्स का गैरजरूरी डाटा इकट्ठा करने और चोरी का आरोप लगता रहता है। एक अध्ययन में कॉल ऑफ ड्यूटी जैसी कुछ ऐप्स के बारे में बताया गया है कि ये यूजर्स का काफी डाटा इकट्ठा करती हैं।
ऐप कंपनियां अपने प्लेटफॉर्म को बेहतर बनाने और मुनाफा कमाने के लिए डाटा इकट्ठा करती हैं।
जान लेते हैं ऐप्स के बारे में जो ज्यादा डाटा लेती हैं और प्राइवेसी के लिए खतरा हैं।
ऐप
यूजर्स के डाटा को बेचती हैं ऐप कंपनियां
दरअसल, ऐप कंपनियां परमिशन लेकर यूजर्स के गैरजरूरी डाटा का एक्सेस प्राप्त करती हैं और फिर ब्रोकरों की जरूरत के मुताबिक इस डाटा को बेचती हैं।
VPN सर्विस प्रोवाइडर सर्फशार्क ने एक नया अध्ययन जारी किया है। इसमें डाटा-हंग्रीनेस इंडेक्स के आधार पर सबसे लोकप्रिय मोबाइल गेम्स की लिस्ट निकाली है। इसमें मोबाइल ऐप्स द्वारा एकत्र किए गए डाटा और उसकी संवेदनशीलता के आधार पर उनकी रैंकिंग की गई है।
गेम
प्राइवेसी के हिसाब से ये 3 हैं सबसे खराब गेमिंग ऐप्स
रिपोर्ट में बताया गया है कि कॉल ऑफ ड्यूटी मोबाइल, कैंडी क्रश सागा और कैरम पूल डिस्क गेम प्राइवेसी के लिहाज से 3 सबसे खराब गेमिंग ऐप्स हैं।
ये ऐप्स यूजर्स के फोटो, वीडियो, कांटैक्ट्स, लोकेशन सहित 32 में से 17 अलग-अलग प्वाइंट से जुड़े डाटा इकट्ठा करती हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अध्ययन की गई 50 मोबाइल गेमिंग ऐप्स में से 38 थर्ड पार्टी के विज्ञापन उद्देश्यों के लिए यूजर्स के डाटा को शेयर करती हैं।
सर्फशार्क
ट्रैक करती हैं लोकेशन
सर्फशार्क ने इस बात पर भी प्रकाश डाला की ये 3 गेम यूजर्स की लोकेशन का डाटा इकट्ठा करते हैं। ये ऐप्स जब सटीक लोकेशन को ट्रैक करते हैं तो उनके पास यूजर्स के घर के पते, उनके ऑफिस की लोकेशन और यूजर्स जहां-जहां जाते हैं, उन स्थानों से जुड़ी जानकारी को उजागर करने की क्षमता होती है।
ये सटीक लोकेशन डाटा विज्ञापनदाताओं और प्रमोशन के लिए काफी महत्व रखता है। इससे कंपनियां टारगेटेड विज्ञापन और प्रचार कर पाती हैं।
लूडो
ज्यादा प्वाइंट वाले डाटा की नहीं होती जरूरत
यूजर्स का डाटा इकट्ठा करने के मामले में 2 सबसे लोकप्रिय गेम लूडो किंग 38वें नंबर और सबवे सर्फर्स 7वें नबंर पर रहा।
इनके अलावा ट्रैफिक राइडर और मिनी मिलिशिया वार.io गोपनीयता के लिए सबसे कम खरनाक थे। ये सिर्फ 7 प्वाइंट तक ही डाटा इकट्ठा करते हैं।
इससे यह भी पता चलता है कि अन्य ऐप्स द्वारा इकट्ठे किए जाने वाले डाटा की असल में कोई जरूरत नहीं होती है।
प्रैक्टिस
इन आधारों पर मापी जाती हैं ऐप्स
डाटा प्वाइंट के बारे में बताते हुए सर्फशार्क ने एक विज्ञप्ति में कहा कि इसके डाटा हंग्रीनेस इंडेक्स में 60 देशों में ऐपल ऐप स्टोर की 50 सबसे लोकप्रिय मोबाइल गेमिंग ऐप्स के डाटा कलेक्शन प्रैक्टिस का विश्लेषण किया गया है।
कंपनी ने बताया कि वह यूजर्स की पहचान जाहिर करने वाले डाटा, पहचान न बताने वाले डाटा और यूजर्स को ट्रैक करने सहित कुल 3 आधार पर ऐप्स को मापती है।
खतरा
प्राइवेसी के लिए खतरा हैं ऐसी ऐप्स
इस तरह के डाटा कलेक्शन से ये खतरा है कि यदि ये किसी गलत व्यक्ति के हाथ लग गया तो इससे यूजर्स की अनाधिकृत ट्रैकिंग सहित कई तरह से दुरुपयोग किया जा सकता है।
इसलिए यूजर्स गूगल प्ले स्टोर या ऐपल के ऐप स्टोर से कोई भी ऐप डाउनलोड करने से पहले प्राइवेसी लेबल की जांच कर लें।
इस लेबल के जरिए यूजर्स ये पता कर पाएंगे कि ऐप को काम करने के लिए कितने प्वाइंट डाटा की जरूरत है।