पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा CME क्लाउड, अगले 2 दिनों में आ सकता है सौर तूफान
अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने पृथ्वी पर सौर तूफान आने को लेकर अलर्ट जारी किया है। अंतरिक्ष वेबसाइट स्पेस वेदर के अनुसार, बीते दिनों सूर्य के दक्षिणी हिस्से में मौजूद एक सनस्पॉट में विस्फोट होने के कारण करोनल मास इजेक्शन (CME) क्लाउड उत्पन्न हुआ है, जो 13 जुलाई तक पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा सकता है। नासा ने भविष्यवाणी की है कि इस टक्कर से पृथ्वी पर एक G1-श्रेणी का सौर तूफान आ सकता है।
सौर तूफान से खतरा
सौर तूफान को उनके प्रभाव के आधार पर G1 से लेकर G5 तक कुल 5 श्रेणियों में बांटा गया है। G1-श्रेणी का सौर तूफान हल्का होता है, लेकिन G5-श्रेणी का सौर तूफान काफी शक्तिशाली होता है। सौर तूफान सैटेलाइटों को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं, मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट सेवाओं को बाधित कर सकते हैं। अधिक शक्तिशाली होने पर ये पृथ्वी पर मौजूद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और पावर ग्रिड को नुकसान पहुंचा सकते हैं।