वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के आवरण में किया गहरा छेद, निकाली पुरानी चट्टान
ज्वालामुखी और अन्य घटनाओं के बारे में अध्ययन करने के लिए वैज्ञानिकों ने समुद्री ड्रिलिंग जहाज का उपयोग करके पृथ्वी की परत में गहरा छेद किया है। यह छेद अब तक खोदा गया सबसे गहरा छेद है, जिसे अटलांटिक समुद्र तल से 1,268 मीटर नीचे पृथ्वी के आवरण से चट्टानों में किया गया है। वैज्ञानिकों ने इस छेद से एक नमूना प्राप्त किया है, जिससे अरबों साल पहले पृथ्वी पर जीवन के बारे में पता लग सकता है।
वैज्ञानिकों ने इस सफलता को लेकर क्या कहा?
नेचर डॉट कॉम के अनुसार, योकोहामा में जापान एजेंसी फॉर मरीन-अर्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के एक पेट्रोलॉजिस्ट नत्सु आबे ने कहा, "हम सोचते थे कि इस तरह की कोई चट्टान कैसी दिखनी चाहिए, लेकिन जब हमने इसे देखा तो यह पूरी तरह से अलग चट्टान है।" एक अन्य वैज्ञानिक ने कहा कि महासागर में ड्रिलिंग करना पृथ्वी के गहरे आंतरिक भाग के नमूनों तक पहुंचना एकमात्र साधन है। यह पृथ्वी के निर्माण और विकास को समझने के लिए महत्वपूर्ण है।
मैग्मा की उत्पत्ति के बारे में बढ़ेगी समझ
वैज्ञानिकों ने कहा है कि वह छेद से बरामद चट्टानों के खनिज विज्ञान के साथ-साथ उसके रसायनों का भी अध्ययन कर रहे हैं। अब तक के अध्ययन से पता चला है कि इन चट्टानों में खनिज पाइरोक्सिन की मात्रा कम और मैग्नीशियम की मात्रा अनुमान से ज्यादा है। इससे पता चलता है कि आवरण पहले से कहीं ज्यादा पिघल रहा है। इससे यह समझने में मदद मिलती है कि मैग्मा कैसे बनता है और फिर ज्वालामुखी फटता है।
जीवन की उत्पत्ति के बारे में लग सकता है पता
आवरण चट्टानें न केवल भूवैज्ञानिक प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी प्रदान करती हैं, बल्कि यह भी बताती हैं कि पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति कैसे हुई होगी। आवरण चट्टानों में अधिक मात्रा में पाया जाने वाला खनिज ओलिवाइन समुद्री जल के साथ प्रतिक्रिया करके हाइड्रोजन और अन्य अणु बनाता है। यह प्रारंभिक जीवन स्थितियों के निर्माण के लिए जरूरी है। यह एक खोज है, जो अरबों साल पहले की स्थितियों के बारे में भी जानकारी प्रदान करती है।