रिसर्चर्स ने तोड़ा दुनिया के सबसे तेज कंप्यूटर स्टोरेज का रिकॉर्ड, मिली इतनी स्पीड
कंप्यूटर की दुनिया तेजी से बदल रही है और नए टेक्नोलॉजी आने के साथ ही कंप्यूटर्स पहले से तेज हुए हैं। डच रिसर्चर्स ने हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटरिंग के साथ नया स्पीड रिकॉर्ड बनाया है और उन्होंने इसके लिए खास तौर से डिजाइन किए गए स्टोरेज नोड का इस्तेमाल किया। रिसर्चर्स का दावा है कि उन्हें खास सेटअप के साथ 6.55 मिलियन रेंडम रीड IOPS (इनपुट/आउटपुट ऑपरेशंस प्रति सेकेंड) की स्पीड मिली।
पिछले रिकॉर्ड से लगभग दोगुनी स्पीड
रिसर्चर्स ने अपने कंप्यूटिंग सिस्टम में जो स्टोरेज नोड इस्तेमाल किया उसे कैलिफोर्निया के स्टोरेज स्टार्ट-अप फंजिबल (Fungible) की ओर से डिजाइन किया गया है। 6.55 मिलियन IOPS की स्पीड नया रिकॉर्ड है और अब तक रिकॉर्ड की गई बेस्ट कंप्यूटिंग स्पीड के मुकाबले लगभग दोगुनी है। फंजिबल ने टेस्ट रिजल्ट्स को लेकर कहा, "नतीजे सिंगल सर्वर रीडिंग डाटा और सिंगल स्टोरेज टारगेट के बीच सबसे तेज परफॉर्मेंस दिखाते हैं।"
बदलेगा स्टोरेज और कंप्यूटिंग का तरीका
फंजिबल को-फाउंडर और CEO प्रदीप सिंधु ने कहा, "हमें ये नतीजे लैब में मिले हैं लेकिन इन्हें दुनियाभर में लागू किया जा सकता है और इनके साथ बड़े डाटा सेंटर्स की परफॉर्मेंस, इकोनॉमिक्स और सुरक्षा में क्रांतिकारी बदलाव किए जा सकेंगे।" ब्लॉक एंड फाइल्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यह रिकॉर्ड बनाने के लिए रिसर्चर्स ने फंजिबल का FS1600 स्टोरेज नोड इस्तेमाल किया। स्टोरेज नॉड को फंजिबल की ओर से डिजाइन किए गए डाटा प्रोसेसिंग यूनिट (DPU) से पावर दी गई।
पार्टनरशिप में किया गया टेस्ट
SURF और निकेफ (Nikhef) ने साथ मिलकर साझेदारी में इस टेस्ट को अंजाम दिया। बता दें, SURF डच एजुकेशनल और रिसर्च इंस्टिट्यूशंस का एसोसिएशन है। वहीं, निकेफ डच रिसर्च काउंसिल से जुड़ीं छह यूनिवर्सिटीज और इंस्टिट्यूट ऑर्गनाइजेशंस के बीच की गई पार्टनरशिप है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि निकेफ को तेज और किफायती डाटा प्रोसेसिंग मैकेनिज्म की तलाश है, जिसके साथ CERN के एक्सपेरिमेंट्स प्रभावी रूप से प्रोसेस किए जा सकें।
ऐसे तैयार किया गया स्टोरेज कनेक्शन
डच रिसर्चर्स की ओर से टेस्टिंग के दौरान फंजिबल का FS1600 स्टोरेज नोड इस्तेमाल किया गया। इसे एक 2U, 24-स्लॉट NVMe SSDbox में दो F1 DPU कंट्रोलर्स के साथ रखा गया। पूरे यूनिट को 64-कोर AMD-पावर्ड सर्वर के साथ NVMe-ओवर फैब्रिक्स कनेक्शन से आपस में कनेक्ट किया गया। बता दें, CERN के हाई-ल्यूमिनॉसिटी (HL-LHC) एक्सेलेरेटर्स 2026 में ऑपरेशनल हो जाएंगे, जिसके साथ यह टेक्नोलॉजी CERN के ऑपरेशंस के लिए इस्तेमाल की जा सकती है।
मिल सकती है इससे भी तेज स्पीड
फंजिबल का दावा है कि नई टेक्नोलॉजी के साथ एक सिंगल 40 RU रैक में 'लीनियर स्केलिंग' के बाद 300 मिलियन तक की स्पीड मिल सकती है। कंपनी ने कहा कि FS1600 के साथ कॉस्ट प्रति IOPS कम की जा सकती है, जिससे स्टोरेज मीडिया का यूटिलाइजेशन मौजूदा सॉफ्टवेयर-डिफाइन्ड स्टोरेज सॉल्यूशंस के मुकाबले कहीं बेहतर ढंग से हो सकेगा। इस तरह FS1600 जैसे स्टोरेज नोड्स का इस्तेमाल हर तरह के डाटा-सेट्रिंक वर्कलोड्स के लिए किया जा सकता है।