अब पाकिस्तान में बैन होगी टिक-टॉक, ऐप पर 'अश्लीलता और अनैतिकता' फैलाने का आरोप
भारत के बाद पड़ोसी देश पाकिस्तान भी शॉर्ट वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म टिक-टॉक पर स्थायी बैन लगाने जा रहा है। एक कोर्ट ऑर्डर के बाद पाकिस्तान की टेलिकॉम अथॉरिटी की ओर से इस फैसले की पुष्टि की गई है। पाकिस्तान टेलिकॉम अथॉरिटी (PTA) के स्पोक्सपर्सन खुर्रम मेहरान ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि कोर्ट ने PTA से टिक-टॉक का ऐक्सेस ब्लॉक करने को कहा है। आरोप है कि टिक-टॉक ऐप के चलते देश में 'अश्लीलता और अनैतिकता' फैल रही है।
पेशावर हाईकोर्ट ने सुनाया फैसला
पाकिस्तान में पेशावर हाईकोर्ट ने एक प्राइवेट कंप्लेंट के बाद टिक-टॉक पर बैन लगाने का फैसला किया है। PTA का पक्ष रखने वाले वकील जेहनजेब महसूब ने कहा कि ऐप पर आपत्तिजनक कंटेंट फैलाने का आरोप लगाया गया था। पाकिस्तान में टिक-टॉक के रिप्रेजेंटेटिव ने कहा कि उन्हें कोर्ट के फैसले की जानकारी मिली है, लेकिन इस बारे में कंपनी की ओर से कोई टिप्पणी फिलहाल नहीं की गई है।
पिछले साल भी लगाया था बैन
पाकिस्तान पहली बार टिक-टॉक ऐप पर बैन लगाने नहीं जा रहा और पिछले साल अक्टूबर में भी इस ऐप पर बैन लगा चुका है। हालांकि, तब टिक-टॉक की ओर से 'अश्लीलता और अनैतिकता' फैलाने वाले सभी अकाउंट्स को ब्लॉक करने का वादा किया गया था, जिसके चलते 10 दिन बाद बैन हटा दिया गया था। सोशल मीडिया कंपनी टिक-टॉक ने तब स्थानीय कानून के हिसाब से अकाउंट्स को मॉनीटर और फिल्टर करने को लेकर सहमति जताई थी।
पिछले साल विवादों में रही चाइनीज कंपनी
टिक-टॉक ऐप की ओनरशिप चाइनीज कंपनी बाइटडांस के पास है और यह ऐप तेजी से युवा यूजर्स के बीच लोकप्रिय हुई। शॉर्ट फनी और क्रिएटिव वीडियोज के बढ़ते ट्रेंड के चलते इस ऐप को यूजर्स ने खूब डाउनलोड किया, हालांकि पिछला साल इसके लिए अच्छा नहीं रहा। चीन से कनेक्शन के चलते बाइटडांस पर दुनिया के कई देशों ने यूजर्स डाटा का गलत इस्तेमाल करने के आरोप लगाए हैं और इसके खिलाफ कार्रवाई की है।
भारत में टिक-टॉक पर है स्थायी बैन
भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल है, जहां टिक-टॉक ऐप पर पूरी तरह बैन लगाया गया है। पिछले साल जून महीने में भारत-चीन सीमा पर तनाव के चलते इस ऐप को ब्लॉक करने का फैसला लिया गया था। सरकार ने यूजर्स डाटा की सुरक्षा और राष्ट्रीय अखंडता के लिए चाइनीज ऐप को खतरा मानते हुए ऐप पर बैन लगाया था। बीते दिनों ऐप पर स्थायी प्रतिबंध लगा दिया गया है और इसकी वापसी के रास्ते बंद हो चुके हैं।
इंस्टाग्राम रील्स और यूट्यूब शॉर्ट्स जैसे विकल्प
टिक-टॉक की बढ़ती लोकप्रियता और ट्रेंड को देखते हुए दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी यूजर्स को शॉर्ट वीडियो दिखाए जा रहे हैं। चाइनीज ऐप पर बैन के बीच फेसबुक फैमिली की ऐप इंस्टाग्राम नया रील्स फीचर लेकर आई है, जो हिट रहा है। इसी तरह गूगल का वीडियो प्लेटफॉर्म यूट्यूब भी शॉर्ट वीडियोज 'यूट्यूब शॉर्ट्स' शेयर करने का विकल्प दे रहा है। टिक-टॉक ऐप पर बैन का फायदा इन वैकल्पिक प्लेटफॉर्म्स को मिल रहा है।