i-मेसेज को व्हाट्सऐप और गूगल मेसेजेस से बेहतर मानते हैं वनप्लस को-फाउंडर, यह है वजह
भारत में ऐपल i-मेसेज बेशक सबसे लोकप्रिय कम्युनिकेशन चैनल ना हो, लेकिन अमेरिका जैसे कुछ ग्लोबल मार्केट्स में यह सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली मेसेजिंग सेवा है। ऐपल i-मेसेज को अन्य मार्केट्स में मेटा की ओनरशिप वाले व्हाट्सऐप और ढेरों एंड्रॉयड फोन्स में प्री-इंस्टॉल्ड मिलने वाली गूगल मेसेजेस ऐप से टक्कर मिल रही है। चाइनीज टेक कंपनी वनप्लस के को-फाउंडर कार्ल पेइ ने इसे लेकर अपनी राय दी है और ऐपल i-मेसेज को दूसरे विकल्पों के मुकाबले बेहतर बताया है।
ट्वीट के जवाब में i-मेसेज को बताया अपनी पसंद
कार्ल पेइ की अमेरिका-बेस्ड कंपनी नथिंग अगले महीने अपना पहला एंड्रॉयड फोन लॉन्च करने जा रही है। इससे पहले एंड्रॉयड पुलिस के ट्वीट के जवाब में उन्होंने i-मेसेज को अपनी पसंद बताया। पब्लिकेशन ने ट्वीट में यूजर्स से पसंदीदा मेसेजिंग ऐप चुनने को कहा था और साथ शेयर की गई फोटो में व्हाट्सऐप, टेलीग्राम, वीचैट और वाइबर जैसी ऐप्स के लोगो थे। पेइ ने इसके जवाब में लिखा कि वह दूसरी मेसेजिंग ऐप्स के मुकाबले i-मेसेज को बेहतर मानते हैं।
i-मेसेज पर मिलने वाले यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर माना
एक ट्विटर यूजर ने i-मेसेज को लेकर कार्ल की ओर से कही गई बात पर लिखा, 'आप अगले महीने एक एंड्रॉयड फोन (नथिंग फोन 1) ला रहे हैं, कार्ल।' जवाब में कार्ल ने लिखा, 'यह बात आपको अच्छे प्रोडक्ट्स की तारीफ करने से नहीं रोकती।' उन्होंने i-मेसेज इस्तेमाल करने की वजह बताते हुए कहा कि इसमें 'शानदार UX (यूजर एक्सपीरियंस)' मिलता है और इसे इस्तेमाल करना आसान और मजेदार है।
ऐपल डिवाइसेज के लिए स्टैंडर्ड मेसेजिंग ऐप है i-मेसेज
आईफोन यूजर्स के लिए i-मेसेज स्टैंडर्ड मेसेजिंग ऐप है और इसके साथ यूजर्स अपने मेसेजेस और मीडिया आईपैड और मैकबुक्स पर भी ऐक्सेस कर सकते हैं। i-मेसेज यूजर्स आसानी से फाइल्स शेयर कर सकते हैं, ग्रुप्स बना सकते हैं और इंडिविजुअल मेसेजेस के रिप्लाइ कर सकते हैं। ऐप ट्रांजिशंस और एनिमेशंस यह अनुभव बाकी विकल्पों के मुकाबले मजेदार बना देते हैं। हालांकि, इसके फीचर्स ऐपल इकोसिस्टम के साथ काम करते हैं और यह सभी स्मार्टफोन्स के लिए उपलब्ध नहीं हैं।
iOS 16 के साथ i-मेसेज को नए फीचर्स
आईफोन यूजर्स लंबे वक्त से i-मेसेज में कुछ फीचर्स का इंतजार कर रहे थे, जो उन्हें iOS 16 के साथ मिले हैं। यूजर्स अब भेजे गए मेसेज को एडिट कर सकते हैं, जिसके बाद मेसेज के साथ 'एडिटेड' लेबल दिखेगा। इसी तरह भेजने के बाद 'अनडू सेंड' बटन पर टैप कर रिसीवर के डिवाइस से भी मेसेज डिलीट किया जा सकेगा। साथ ही किसी थ्रेड को अनरेड मार्क करने का फीचर भी नए अपडेट में शामिल किया गया है।
मेसेजिंग अनुभव को लेकर ऐपल से नाखुश गूगल
गूगल अपने मोबाइल प्लेटफॉर्म एंड्रॉयड का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स के साथ होने वाले भेद-भाव को लेकर ऐपल से नाखुश है। दरअसल, ऐपल ने अपना मेसेजिंग इकोसिस्टम क्लोज रखा है और एंड्रॉयड यूजर्स के लिए इसकी i-मेसेज सेवा उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा एंड्रॉयड यूजर्स की ओर से भेजे जाने वाले मेसेज ऐपल यूजर्स को अलग से दिखते हैं और स्टैंडर्ड i-मेसेज इनबॉक्स का हिस्सा नहीं बनते। सर्च इंजन कंपनी चाहती है कि सभी यूजर्स को एक जैसे विकल्प मिलें।
न्यूजबाइट्स प्लस
एंड्रॉयड स्मार्टफोन से i-मेसेज भेजने के लिए यूजर्स कई तरकीबें आजमाते हैं और कुछ थर्ड-पार्टी ऐप्स की मदद ले सकते हैं। आप भी एयरमेसेज ऐप और वाई-फाई कनेक्टिविटी की मदद से ऐसा कर सकते हैं।