नासा ने पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन से स्ट्रीम किया 4K वीडियो
क्या है खबर?
अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने ऑप्टिकल (लेजर) संचार का उपयोग करके 4K वीडियो फुटेज को स्ट्रीम किया है।
यह पहली बार है, जब नासा के ग्लेन रिसर्च सेंटर की एक टीम ने विमान से अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) तक और वापस ग्लेन रिसर्च सेंटर तक 4K वीडियो को स्ट्रीम किया हो।
बता दें कि लेजर संचार रेडियो आवृत्ति प्रणालियों की तुलना में 10 से 100 गुना अधिक तेजी से डाटा ट्रांसमिट करने के लिए इंफ्रारेड लाइट का उपयोग करते हैं।
प्रक्रिया
कैसे किया गया यह कारनामा?
पहले इंजीनियरों ने पिलाटस PC-12 नामक विमान के निचले हिस्से में अस्थायी रूप से एक पोर्टेबल लेजर टर्मिनल स्थापित किया, फिर विमान को उड़ाया गया। फिर 4K वीडियो फुटेज को विमान से क्लीवलैंड में एक ऑप्टिकल ग्राउंड स्टेशन पर भेजा गया।
यहां से इसे पृथ्वी-आधारित नेटवर्क पर, न्यू मैक्सिको में नासा की व्हाइट सैंड्स टेस्ट फैसिलिटी में भेजा गया। इसके बाद सिग्नल नासा के लेजर कम्युनिकेशंस रिले डेमोन्स्ट्रेशन स्पेसक्राफ्ट को भेजे गए और ISS पर रिले किए गए।
दूरी
सिग्नल ने तय की इतनी दूरी
सिग्नल पृथ्वी से लगभग 35,000 किलोमीटर दूर नासा के लेजर कम्युनिकेशंस रिले डेमोंस्ट्रेशन (LCRD) तक पहुंचे, जो एक परिक्रमा करने वाला प्रायोगिक प्लेटफॉर्म है।
LCRD ने फिर संकेतों को ISS पर रिले किया, जिसने फिर डाटा को पृथ्वी पर वापस भेजा।
यह उपलब्धि बहुत खास है क्योंकि इससे नासा के आगामी आर्टेमिस मिशन के दौरान चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्रियों का लाइव वीडियो कवरेज प्रदान करने में इससे सहायता मिलेगी।