NASA आर्टेमिस 1 मिशन लॉन्च के लिए तैयार, जानें कब और कैसे देख सकते हैं लाइव
क्या है खबर?
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA एक बार फिर इंसानों को चांद पर भेजने की तैयारी कर रही है और इस दिशा में महत्वपूर्ण मिशन के तौर पर आर्टेमिस 1 का लॉन्च होने जा रहा है।
आर्टेमिस 1 रॉकेट लॉन्च के लिए NASA ने 29 अगस्त का दिन चुना है और सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
खास बात यह है कि इस लॉन्च को लाइव देखने का विकल्प दुनियाभर के इंटरनेट यूजर्स को मिलेगा।
ट्वीट
NASA ने ट्वीट में दी लाइवस्ट्रीम की जानकारी
अपने नए अंतरिक्ष अभियान के लॉन्च की जानकारी एजेंसी ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर दी है।
NASA ने ट्वीट में लिखा, 'एक रॉकेट, एक मिशन। चांद की ओर बढ़ रहे आर्टेमिस 1 मिशन का लॉन्च देखने के कई तरीके।"
एजेंसी ने ट्विटर थ्रेड में यह लॉन्च देखने के कई तरीके शेयर किए हैं और यूजर्स से रिमाइंडर सेट करने को कहा है, जिससे वे अपनी मनपसंद जगह पर और अच्छी स्ट्रीमिंग क्वॉलिटी में लाइव इवेंट देख सकें।
घोषणा
सात सप्ताह लंबा होगा आर्टेमिस 1 मिशन
स्पेस एजेंसी ने लिखा है, "NASA अपने आर्टेमिस मिशन को अनक्रूड स्पेसक्राफ्ट लॉन्च करते हुए शुरू कर रही है और यह मिशन छह सप्ताह के लिए भेजा जाएगा।"
आर्टेमिस मिशन के साथ NASA पहली बार किसी महिला और अश्वेत अंतरिक्ष यात्री को चांद पर भेजेगी और धरती के उपग्रह पर अंतरिक्ष यात्रियों की मौजूदगी तय की जाएगी।
आर्टेमिस 1 मिशन में ओरियन धरती से चांद की दूसरी ओर तक जाएगा और इसका लिफ्ट-ऑफ फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से होगा।
तरीका
कब, कैसे और कहां देख पाएंगे लाइवस्ट्रीम?
29 अगस्त को NASA के आर्टेमिस 1 मिशन को इसके आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 4K क्वॉलिटी में लाइवस्ट्रीम किया जाएगा। यह लॉन्च इवेंट भारतीय समय के हिसाब से शाम चार बजे शुरू होगा।
इसके अलावा NASA के फेसबुक और ट्विटर अकाउंट्स पर भी इस इवेंट को लाइवस्ट्रीम किया जाएगा। आप चाहें तो इस रॉकेट का लिफ्ट-ऑफ ट्विच पर देख सकते हैं।
आप इन प्लेटफॉर्म्स पर जाकर अभी से रिमाइंडर सेट कर सकते हैं।
महत्व
इसलिए महत्वपूर्ण है आर्टेमिस 1 मिशन
आर्टेमिस 1 मिशन एक टेस्ट फ्लाइट होगा और यह चांद के रहस्यों का पता लगाने की इंसानी कोशिशों के लिए आगे का रास्ता दिखाएगा।
साथ ही यह चांद और उसके पार जाने के लिए NASA की क्षमता को परखेगा।
इस अंतरिक्ष अभियान के लिए दुनिया के सबसे शक्तिशाली रॉकेट का इस्तेमाल किया जाएगा और यह 4.5 लाख किलोमीटर का सफर तय करेगा।
रॉकेट के साथ ओरियन स्पेसक्राफ्ट भेजा जाएगा, जो मिशन पूरा करने के बाद यह धरती पर लौटेगा।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
आर्टेमिस 1 लॉन्च में जोहर, हेल्गा और कंपोस नाम के पुतले भेजे जा रहे हैं। इनकी मदद से अंतरिक्ष यात्रियों पर यात्रा के दौरान पड़ने वाले प्रभाव को परखा जाएगा। लौटते वक्त स्पेसक्राफ्ट को कैलिफॉर्निया के बाजा तट के पास पानी में लैंड कराया जाएगा।
अभियान
आर्टेमिस 1 अभियान के बारे में समझें
आर्टेमिस 1 मिशन के तहत NASA इसके डीप स्पेस एक्सप्लोरेशन सिस्टम्स, ओरियन स्पेसक्राफ्ट का इंटीग्रेटेड फ्लाइट टेस्ट करने जा रही है।
इसका एक्सप्लोरेशन ग्राउंड फ्लोरिडा को बनाया गया है और स्पेसक्राफ्ट को स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) की मदद से चांद तक भेजा जाएगा।
ओरियन का काम चांद की कक्षा में चक्कर लगाना होगा और SLS 10 सैटेलाइट्स के साथ जाएगा, जो रिसर्च का काम करेंगे।
यह NASA के दूरगामी मिशन की शुरुआत और उनकी दिशा में पहला कदम भर है।
योजना
चांद की कक्षा में स्पेस स्टेशन का निर्माण
लूनर गेटवे प्रोग्राम के तहत चांद की कक्षा में एक स्पेस स्टेशन का निर्माण करना शामिल है। चांद और इसके पार के मिशन में इसका उपयोग किया जाएगा।
इसकी विशेषताओं की बात करें तो इसमें अलग-अलग स्पेसक्राफ्ट के लिए डॉकिंग पोर्ट बने होंगे। धरती से जाने वाले एस्ट्रोनॉट्स वहां रहकर काम कर सकेंगे।
इस मॉड्यूल के लिए लॉन्च सर्विस प्रदाता के तौर पर स्पेस-X को चुना गया है और यह 2024 में लॉन्च होगा।