कल चंद्रमा पर पहुंचेगा नासा का एक और लैंडर, क्या करेगा यह काम?
क्या है खबर?
नासा और निजी कंपनी इंट्यूटिव मशीन्स (IM) का नोवा-सी लैंडर इस हफ्ते चंद्रमा पर उतरने वाला है।
यह लैंडर कल (6 मार्च) चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास मॉन्स माउटन क्षेत्र में लैंड करेगा। यह लैंडिंग नासा की वाणिज्यिक चंद्र पेलोड सेवा (CLPS) पहल और आर्टेमिस कार्यक्रम का हिस्सा है।
इस मिशन का मुख्य उद्देश्य चंद्रमा पर नई तकनीकों का परीक्षण और विज्ञान प्रयोगों को अंजाम देना है, जो भविष्य के मानव मिशनों के लिए जरूरी होंगे।
काम
कैसे काम करेगा नोवा-सी लैंडर?
नोवा-सी लैंडर को 26 फरवरी को नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से स्पेस-X के फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए लॉन्च किया गया था। यह लैंडर चंद्रमा की सतह पर उतरकर 14 दिनों तक सक्रिय रहेगा।
इस दौरान यह चंद्रमा की मिट्टी और सतह के गुणों का अध्ययन करेगा। इसमें लगे वैज्ञानिक उपकरण चंद्रमा के तापमान, सतह की संरचना और वहां मौजूद संसाधनों का डाटा भेजेंगे।
यह चंद्रमा पर सेलुलर नेटवर्क और नेविगेशन तकनीकों का भी परीक्षण करेगा।
उद्देश्य
मिशन का उद्देश्य और खासियत क्या है?
इस मिशन का मुख्य उद्देश्य चंद्रमा पर मौजूद संभावित संसाधनों की जांच करना है, जिससे भविष्य में वहां ईंधन और ऑक्सीजन बनाई जा सके।
लैंडर पर एक लेजर रेट्रोरिफ्लेक्टर भी लगा है, जो भविष्य में चंद्रमा पर उतरने वाले मिशनों को नेविगेशन में मदद करेगा।
इसके अलावा, एक खास प्रोपेलेंट ड्रोन भी लैंडर के साथ भेजा गया है, जो चंद्रमा की सतह पर कठिन इलाकों में नेविगेट करने के लिए छोटे-छोटे जंप लगा सकेगा।
तरीका
कब और कैसे देखें लैंडिंग?
नोवा-सी लैंडर की लैंडिंग 6 मार्च को भारतीय समयानुसार रात 11:02 होगी, जिसकी लाइव कवरेज नासा+ पर रात 10:00 बजे से शुरू होगी।
नासा इसके अपडेट एक्स, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी देगा, जहां लोग #Artemis हैशटैग का इस्तेमाल कर मिशन की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
मिशन की प्रेस कॉन्फ्रेंस भी लैंडिंग के बाद शाम 4 बजे होगी, जिसमें नासा और इंट्यूटिव मशीन्स के अधिकारी मिशन की उपलब्धियों पर चर्चा करेंगे।