
नासा ने कर्मचारियों से समय से पहले नौकरी छोड़ने को कहा, जानिए क्या है कारण
क्या है खबर?
नासा अब अपने कर्मचारियों की संख्या कम करना चाहती है।
एजेंसी ने इसके लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति और इस्तीफे की योजना शुरू की है। नासा ने अपने सभी कर्मचारियों को 25 जुलाई तक यह फैसला लेने को कहा है कि वे इस योजना में शामिल होना चाहते हैं या नहीं।
इसके तहत जो कर्मचारी योजना स्वीकार करेंगे, वे 9 जनवरी, 2026 तक एजेंसी से अलग हो जाएंगे। यह कदम लागत घटाने और कामकाज को सरल बनाने के लिए उठाया गया है।
वजह
बजट कटौती बनी छंटनी की मुख्य वजह
रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप प्रशासन ने नासा के बजट में भारी कटौती का प्रस्ताव रखा है।
2026 तक नासा का बजट 24 प्रतिशत कम किया जा सकता है, जिससे कर्मचारियों की संख्या 17,391 से घटाकर 11,853 की जाएगी। इस 32 प्रतिशत की कटौती को ध्यान में रखते हुए नासा ने यह कदम उठाया है।
हालांकि, यह बजट प्रस्ताव अभी कांग्रेस की मंजूरी के इंतजार में है। अगर पारित हुआ, तो इसका असर नासा के हर मिशन पर पड़ सकता है।
अकाउंट्स
सोशल मीडिया अकाउंट्स को किया जा रहा है एकजुट
नासा अब अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को भी समेकित कर रही है, जिससे उसकी जानकारी एकजुट रूप में लोगों तक पहुंचे।
पर्सिवरेंस रोवर, अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) जैसे मिशनों के लिए अलग-अलग अकाउंट को अब एक जगह लाया जा रहा है।
नासा की प्रेस सचिव ने बताया कि इससे एजेंसी अपनी जानकारी को ज्यादा सुसंगत और व्यापक रूप से साझा कर पाएगी। इससे लागत भी घटेगी और तकनीकी निगरानी भी आसान हो सकेगी।
बदलाव
अन्य केंद्रों और एजेंसियों में भी हो रहे बदलाव
नासा के जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) में भी स्टाफ को दफ्तर लौटने या नौकरी छोड़ने को कहा गया है।
इसके तहत लगभग 5,500 कर्मचारियों की वह नीति खत्म की जा रही है, जिसके तहत वे कहीं से भी काम कर सकते थे। इसके साथ ही DOGE के प्रयासों से पहले ही हजारों कर्मचारियों की छंटनी हो चुकी है।
ये बदलाव सिर्फ नासा तक सीमित नहीं हैं, अन्य सरकारी एजेंसियों में भी ऐसा ही चल रहा है।