
मुंबई में जालसाजों ने डिजिटल अरेस्ट कर महिला से की 1.02 करोड़ रुपये की ठगी
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के मुंबई से साइबर अपराध का एक नया मामला सामने आया है, जहां जालसाजों ने सेंट्रल स्कूल की पूर्व प्रिंसिपल नंदिनी चिपलूनकर को डिजिटल अरेस्ट कर ठग लिया।
आरोपियों ने खुद को पुलिस और CBI अधिकारी बताकर नंदिनी को डराया और उनसे करीब 1.02 करोड़ रुपये की ठगी कर ली।
ठगी का मामला सामने आने के बाद मुंबई क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश की जा रही है।
ठगी
जालसाजों ने ऐसे रची साजिश और की ठगी
27 अप्रैल को नंदिनी को एक कॉल आया, जिसमें कहा गया कि उनका सिम बंद किया जाएगा और उनके खिलाफ 267 केस दर्ज हैं।
इसके बाद ठगों ने उन्हें 2 दिन तक डिजिटल गिरफ्तारी में रखा और झूठे केस बंद करने के नाम पर फर्जी बैंक अकाउंट में पैसे जमा करवाए।
वह जब फिक्स डिपॉजिट तोड़ने बैंक पहुंचीं तो सतर्क मैनेजर ने शक होने पर क्राइम ब्रांच को सूचित किया, जिससे बाकी पैसे बच सके।
बचाव
कैसे रहें सुरक्षित?
पुलिस ने लोगों को ऐसे मामलों में सतर्क रहने की सलाह दी है।
कोई भी कॉल अगर खुद को पुलिस या सरकारी अफसर बताकर पैसे मांगे तो सीधे इनकार करें। अनजान अकाउंट्स में पैसे न भेजें और किसी भी डराने वाली बात पर भरोसा न करें।
किसी कॉल या मैसेज पर शक हो तो तुरंत पुलिस या साइबर अपराध सेल से संपर्क करें। जागरूक रहने से ऐसे साइबर अपराध से आसानी से बचा जा सकता है।